हेलीकॉप्टर घोटाला, किसी को नहीं बख्शेंगे-एके एंटनी
नई दिल्ली। 3 हजार 600 करोड़ रुपए के हेलीकॉप्टर सौदे में रिश्वतखेरी के आरोपों को लेकर हमले का सामना कर रही सरकार ने बुधवार को कहा कि किसी भी दोषी को नहीं बख्शा जाएगा और सीबीआई यदि अपनी जांच में कोई गड़बड़ पाती है तो करार रद्द किया जा सकता है।
रक्षामंत्री एके एंटनी ने इतालवी हेलीकॉप्टर घोटाले पर कहा कि किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा, चाहे जो अंजाम हो। भारत के अतिविशिष्ट व्यक्तियों की यात्रा सेवा के लिए हेलीकॉप्टर हासिल करने के सौदे में इटली सरकार के नियंत्रण वाली वैमानिकी कंपनी के मुखिया की मिलान में गिरफ्तारी के साथ मंगलवार को एक बड़े घोटाले का खुलासा हुआ था।
इटली पुलिस ने कंपनी प्रमुख को इस संदेह में गिरफ्तार किया है कि उन्होंने भारत से 3 हजार 600 करोड़ रुपए का हेलीकॉप्टर सौदा हासिल करने के लिए करीब 362 करोड़ रुपए की रिश्वत दी थी।
रक्षा मंत्रालय ने 12 में से शेष 9 हेलीकॉप्टरों की प्राप्ति को भी स्थगित करने का फैसला किया है। 3 हजार 600 करोड़ रुपए का यह सौदा 2010 में हुआ था। इसके तहत भारत को इतालवी कंपनी ‘फिनमेकेनिका’ की सहायक कंपनी ‘अगस्तावेस्टलैंड’ द्वारा निर्मित 12 हेलीकॉप्टर दिए जाने थे। इनमें से 3 हेलीकॉप्टर पहले ही भारत पहुंच चुके हैं।
इतालवी रक्षा एवं वैमानिकी कंपनी ‘फिनमेक्कनिका’ के प्रमुख जिउसेप्पे ओरसी को अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार की जांच के सिलसिले में सोमवार को गिरफ्तार किया गया था। संदेह है कि उन्होंने भारत सरकार को 12 हेलीकॉप्टर बेचने के मामले में रिश्वत दी थी।
एंटनी ने कहा कि ‘अगस्तावेस्टलैंड’ हेलीकॉप्टर सौदे में कथित घूसखोरी के मामले में सीबीआई से जल्द जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है। सीबीआई से प्रारंभिक जांच रिपोर्ट मिल जाने के बाद हम दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करेंगे।
सौदे में पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी की कथित भूमिका की खबरों के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि मेरे पास कोई सूचना नहीं है। सीबीआई की रिपोर्ट के बाद हम गंभीर कार्रवाई करेंगे जिसके तहत सौदा भी रद्द किया जा सकता है। हम हड़बड़ी में कुछ नहीं करना चाहते। हम इस चरण में भी अपना पैसा वापस ले सकते हैं। (भाषा)