Last Modified: नई दिल्ली ,
बुधवार, 18 नवंबर 2009 (21:35 IST)
अमेरिका ने पाकिस्तान पर दबाव बनाया
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की वॉशिंगटन यात्रा से पहले अमेरिका ने पाकिस्तान पर जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद सहित मुंबई हमलों की साजिश रचने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाव डालते हुएकहा कि वह नतीजे चाहता है।
लश्करे तैयबा को एक वैश्विक खतरा करार देते हुए भारत में अमेरिका के राजदूत टिमोथी जे. रोमर ने कहा कि पाकिस्तान को खतरों की पहचान करनी चाहिए और अपनी भूमि पर मौजूद आतंकी ढाँचे को नष्ट करना चाहिए।
प्रधानमंत्री सिंह की 24 नवंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से होने वाली बातचीत में पाकिस्तान की स्थिति, मुंबई हमले और आतंकवाद से निपटने में सहयोग एजेंडे में प्रमुख मुद्दे होंगे। अमेरिका आतंकी हमलों से निपटने के मामले में भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ना चाहता है।
दोनों नेता ऐतिहासिक असैन्य परमाणु करार को लागू करने के बारे में भी विचार विमर्श करेंगे, जिसमें दायित्व, लाइसेंसिंग और पुनर्प्रसंस्करण जैसे कुछ मुद्दों पर सहमति बनना शेष है।
सिंह ओबामा बैठक में जलवायु बदलाव, शिक्षा और गरीबी उन्मूलन सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस दौरान दोनों पक्षों द्वारा सामरिक वैश्विक भागीदारी पर आधारित एक नया संबंध शुरू किए जाने की संभावना है तथा वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए सहयोग का मार्ग तय किया जाएगा।
रोमर ने यहां संवाददाता सम्मेलन कहा कि पाकिस्तान में सात मुंबई संदिग्धों को कानून के शिकंजे में लाया जाना चाहिए। हम पाकिस्तान में अपने भागीदारों से कार्रवाई और नतीजे चाहते हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सईद को भी कानून के शिकंजे में लाया जाना चाहिए। (भाषा)