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Last Updated : गुरुवार, 19 जून 2025 (21:26 IST)

दुनिया के देशों में कब और कैसे होती है जनगणना, कुछ देशों में हर साल होती है गिनती

Census process in the world
When and how is census conducted in world: भारत में 16वीं जनगणना की घोषणा की जा चुकी है। दुनिया के ज्यादातर देशों में दशकीय यानी 10 साल के अंतराल से जनगणना होती है। अमेरिका में भी जनगणना (US Census) हर 10 साल में एक बार आयोजित की जाती है। अमेरिकी संविधान द्वारा जनगणना को अनिवार्य किया गया है। जनगणना के माध्यम से देश की आबादी की गणना के साथ ही विभिन्न जनसांख्यिकीय, सामाजिक और आर्थिक डेटा एकत्र किया जाता है।

कुछ देश ऐसे भी हैं जो अपना जनसंख्‍या रजिस्टर रखते हैं और उसे लगातार हर साल अपडेट करते हैं। ऐसे में वे दशकीय जनगणना नहीं करते। हालांकि संयुक्त राष्ट्र अभी भी एक निश्चित अवधि (आमतौर पर हर 10 साल) में एक पूर्ण जनगणना की सिफारिश करता है ताकि एक स्नैपशॉट डेटा मिल सके। आज के दौर में दुनिया के देश जनगणना की पारंपरिक पद्धति से ‍लेकर डिजिटल तकनीक का भी उपयोग कर रहे हैं। ALSO READ: जनगणना कैसे की जाती है और क्या है census का महत्व? संपूर्ण जानकारी
 
दुनिया के ज्यादातर देशों में एक ही तरीका अपनाया जाता है। जनगणना में अब परंपरागत तरीके के साथ डिजिटल तरीके भी जुड़ गए हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, वहीं अमेरिका विश्व का सबसे पुराना लोकतंत्र। जनगणना किसी भी देश के कई महत्वपूर्ण उद्देश्यों को पूरा करती है। आइए सबसे पहले जानते हैं कि अमेरिका में कैसे होती है जनगणना.... 
  • अमेरिका में हर 10 साल में एक बार होती है जनगणना होती है। अमेरिका में पिछली जनगणना 1 अप्रैल, 2020 को हुई थी। अगली जनगणना 1 अप्रैल, 2030 को होना तय है। 
  • इसका मुख्य उद्देश्य पूरी अमेरिकी आबादी की गणना करना है।
  • यह संयुक्त राज्य अमेरिका जनगणना ब्यूरो (US Census Bureau) द्वारा संचालित की जाती है।
  • डेटा संग्रह के तरीके
  • हाल की जनगणनाओं में, अमेरिकी जनगणना ब्यूरो ने नागरिकों को अपनी जानकारी ऑनलाइन जमा करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
  • प्रत्येक घर को एक निमंत्रण मिलता है, जिसमें एक यूनिक कोड होता है, जिसका उपयोग वे जनगणना ब्यूरो की वेबसाइट पर लॉग इन करके अपनी जानकारी भरने के लिए कर सकते हैं। यह सबसे पसंदीदा तरीका है।
  • जिन घरों ने ऑनलाइन प्रतिक्रिया नहीं दी, उन्हें प्रश्नावली मेल द्वारा भेजी जाती है। लोग इस प्रश्नावली को भरकर वापस मेल कर सकते हैं।
  • नागरिक फोन पर भी जनगणना ब्यूरो के प्रतिनिधियों को अपनी जानकारी दे सकते हैं।
  • जो घर ऑनलाइन, मेल या फोन के माध्यम से प्रतिक्रिया नहीं देते हैं, वहां जनगणना कर्मचारी (गणना करने वाले) व्यक्तिगत रूप से जाकर जानकारी एकत्र करते हैं। यह तरीका उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देता है, जहां इंटरनेट पहुंच सीमित है या जहां आबादी के विशिष्ट समूह रहते हैं।
अमेरिकी सामुदायिक सर्वेक्षण : दशकीय जनगणना के बीच के वर्षों में जनगणना ब्यूरो अमेरिकी सामुदायिक सर्वेक्षण (ACS) नामक एक वार्षिक सर्वेक्षण करता है। यह दशकीय जनगणना जितना व्यापक नहीं होता है, लेकिन यह हर साल लगभग 3 मिलियन अमेरिकी घरों से जनसांख्यिकी, आदतों, बोली जाने वाली भाषाओं, व्यवसाय, आवास और अन्य विभिन्न श्रेणियों के बारे में विस्तृत डेटा एकत्र करता है। एसीएस डेटा दशकीय जनगणना की तुलना में वर्तमान से जुड़ी विस्तृत जनसांख्यिकीय जानकारी प्रदान करता है, जिसका उपयोग संघीय, राज्य और स्थानीय सरकारें नीतियों और कार्यक्रमों के लिए करती हैं। ALSO READ: भारत में कैसे होती है जनगणना, जानिए Census की पूरी प्रक्रिया
 
जनगणना ब्यूरो दशकीय जनगणना और एसीएस के अलावा भी कई अन्य सर्वेक्षण और कार्यक्रम चलाता है (जैसे घरों, व्यवसायों, स्कूलों, अस्पतालों आदि के बारे में सर्वेक्षण)। इन सर्वेक्षणों और सांख्यिकीय मॉडलों, विशेष रूप से जनसंख्या अनुमान कार्यक्रम का उपयोग करके दशकीय जनगणनाओं के बीच के वर्षों के लिए जनसंख्या अनुमान जारी किए जाते हैं।
 
डेटा की गोपनीयता : अमेरिकी जनगणना ब्यूरो द्वारा एकत्र की गई सभी व्यक्तिगत जानकारी गोपनीय रखी जाती है। व्यक्तिगत डेटा का उपयोग केवल सांख्यिकीय उद्देश्यों के लिए किया जाता है और इसे कानून द्वारा 72 वर्षों तक सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है।
 
ब्रिटेन में कैसे होती है जनगणना : भारत की तरह ब्रिटेन में भी हर 10 साल में जनगणना होती है। पिछली जनगणना 21 मार्च, 2021 को हुई थी। ब्रिटेन में जनगणना मुख्य रूप से ऑनलाइन रिटर्न के माध्यम से की जाती है। हालांकि, उन लोगों को सहायता प्रदान की जाती है जो ऑनलाइन फॉर्म पूरा करने में असमर्थ हैं। यहां जनगणना में व्यक्तिगत जानकारी (जैसे नाम, आयु, लिंग, व्यवसाय), घर की जानकारी (जैसे आवास का प्रकार, कमरों की संख्या) और अन्य जनसांख्यिकीय डेटा (जैसे जातीय समूह, राष्ट्रीय पहचान, भाषा, धर्म, स्वास्थ्य, विकलांगता, शिक्षा, आदि) के बारे में प्रश्न पूछे जाते हैं। 2021 की जनगणना में यौन अभिविन्यास (Sexual orientation) और लैंगिक पहचान जैसे नए प्रश्न भी शामिल किए गए थे। चीन, ब्राजील आदि देशों में भी हर 10 साल में जनगणना होती है। 
 
इन देशों में हर साल होती है जनगणना : हालांकि हर साल जनगणना करने वाले देश बहुत कम हैं, क्योंकि यह अत्यधिक महंगी प्रक्रिया है। हालांकि, जिन देशों में मजबूत जनसंख्या रजिस्टर (Population Registers) हैं, वे अपनी आबादी के आंकड़ों को लगभग वास्तविक समय में लगातार अपडेट करते रहते हैं। नॉर्वे, स्वीडन, डेनमार्क, फिनलैंड, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया और इजराइल ऐसे देश हैं जो हर साल ही अपनी जनसंख्‍या के आंकड़ों को अपडेट करते रहते हैं। इसलिए यहां 10 साल में एक बार जनगणना जैसी प्रक्रिया नहीं होती। 2004 से फ्रांस में हर साल एक आंशिक जनगणना की जाती है, और परिणाम 5 साल के औसत के रूप में प्रकाशित किए जाते हैं। यह एक पूर्ण जनगणना नहीं है, बल्कि हर साल छोटे-छोटे हिस्सों को कवर करती है।

दुनिया में जनगणना के तरीकों और टाइमिंग में थोड़ा-बहुत अंतर हो सकता है, लेकिन उद्देश्य सबका एक ही है। हालांकि संयुक्त राष्ट्र अभी भी एक निश्चित अवधि (आमतौर पर हर 10 साल) में एक पूर्ण जनगणना की सिफारिश करता है। जनगणना का उद्देश्य देश की आबादी, सामाजिक और आर्थिक विशेषताओं की एक विस्तृत तस्वीर प्राप्त करना होता है, जिसका उपयोग सरकारें नीतियां और योजनाओं को बनाने के लिए करती हैं। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala