व्हाट्सएप का डाटा फेसबुक पर शेयर न हो, अदालत सख्त
नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट ने व्हाट्सएप को सख्त निर्देश दिया है। हाईकोर्ट ने ओटीटी सर्विस प्रोवाइडर को उन सभी यूजर्स के डाटा और जानकारी मिटाने के आदेश दिए जिन्होंने अपने अकाउंट डिलिट करने का फैसला किया है या इसे फेसबुक के साथ शेयर नहीं करने का निर्णय लिया है। हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि 25 सितंबर तक का डाटा फेसबुक के साथ साझा नहीं होगा।
हाईकोर्ट ने यह भी कहा कि अगर यूजर 25 सितंबर के पहले अपना अकाउंट मिटा देते हैं तो सर्वर से डाटा डिलीट हो जाएगा। अगर अकाउंट का इस्तेमाल जारी रहता है तो डेटा फेसबुक के साथ शेयर किया जा सकता है।
इस केस की सुनवाई दो भारतीय छात्रों की एक याचिका पर की गई थी जिसमें व्हाट्सएप की प्राइवेसी पॉलिसी के तहत यूजर के डाटा को इसकी पैरेंट कंपनी फेसबुक के साथ शेयर किए जाने की बात कही जाती है।
हाईकोर्ट ने सरकार और ट्राई को भी कहा कि वे मैसेजिंग प्लेटफार्म्स जैसे व्हाट्सएप को रेगुलेटररी फ्रेमवर्क में लाने के काम की संभावना जांचें। 21 सितंबर को व्हाट्सएप ने हाईकोर्ट को कहा था कि इसकी नई प्राइवेसी पॉलिसी से यूजर्स की प्राइवेसी को कोई खतरा नहीं और कोई भी थर्ड पार्टी इन मैसेजों को पढ़ सकती है। जब कोई यूजर अपना व्हाट्सएप अकाउंट मिटा देता है उसकी जानकारी सर्वर के द्वारा फिर से प्राप्त नहीं की जाती।
व्हाट्सएप ने हाईकोर्ट को यह भी कहा कि इसके सर्वर से मैसेज डिलीवर होने के बाद मिटा दिए जाते हैं और वे ही इन मैसेजों को अपने सर्वर पर 30 दिन तक रख सकते हैं। अगर मैसेज डिलीवर न हुआ हो तो अगर 30 दिन के भीतर मैसेज डिलीवर नहीं होता तो यह खुद-ब-खुद मिट जाता है। (एजेंसियां)