केरल में बाढ़ और बारिश ने भारी तबाही मची हुई। राज्य के कई इलाकों के तमाम घर भारी बारिश में बह गए। कई घर पानी में डूबे हुए हैं। पेरियार नदी उफान पर है। पेरियार नदी में पानी बढ़ने की वजह से पूरे इलाके में हालात बिगड़े हुई है। वहीं दूसरी ओर मौसम विभाग ने उत्तराखंड, हिमाचल, उत्तर प्रदेश समेत कई क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई है।
इडुक्की जिले के कीरिथोडू में भारी लैंडस्लाइड हुआ है, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है और बड़े संख्या में लोग बेघर हो गए हैं, जिन्हें राहत कैंपों में रखा गया है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि राज्य में ऐसी बाढ़ पहले कभी नहीं आई थी। राज्य में बाढ़ से अब तक तीन दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि बड़ी संख्या में लोग लापता हैं।
उत्तराखंड के देहरादून में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। देहरादून समेत हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी, चमोली, नैनीताल, यूएसनगर, चंपावत और पिथौरागढ़ में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं पौड़ी, नैनीताल, चंपावत व ऊधमसिंहनगर में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र ने इस दौरान प्रशासन को भी जरूरी सतर्कता बरतने की गाइड लाइन जारी की है।
उत्तराखंड में रविवार मध्यरात्रि से अगले 48 घंटे पर्वतीय क्षेत्रों में जाने वाले यात्रियों एवं तीर्थयात्रियों तथा मैदानी क्षेत्रों के निचले स्थानों में रहने वाले लोगों को सावधान रहने की चेतावनी जारी की गई है। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के अनेक हिस्सों में बारिश हुई।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में भी भारी लैंडस्लाइड हुआ है जिसकी वजह से नेशनल हाइवे- 3 कई घंटे तक जाम रहा। सूबे के मनाली में चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग 205 भी कई घंटों तक जाम रहा, जिसके कारण सैलानियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक जीप में सवार लोग हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बचे।
राज्य के हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा और ऊना में लगातार भारी बारिश हो रही है। यहां अगले दो दिनों में और भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है। उत्तर प्रदेश में बारिश और बाढ़ से पिछले 24 घंटों में और 5 लोगों की मौत हो गई है। बहराइच में तमाम घर बाढ़ के पानी में डूब गए हैं और अब तो लोगों के सामने खाने-पीने और मवेशियों के चारे का भी भारी संकट है।
वहीं, प्रशासन चाक-चौबंद इंतजाम के खोखले दावे कर रहा है। कन्नौज जिले में गंगा और काली नदी का पानी खतरे के निशान के पार बह रहा है। गांवों को शहर से जोड़ने वाली सड़क बाढ़ में बह गई है। कई गांवों में पानी घुस गया है। कन्नौज में सड़क बह जाने के कारण नावों से आवाजाही हो रही है। वहीं, बच्चों ने स्कूल जाना छोड़ दिया है। बारिश के कारण कई मकान गिर गए हैं और हजारों बीघा फसल बर्बाद हो गई है।
बस्ती में घाघरा नदी तबाही मचा रही है। नदी का जलस्तर बढ़ने से जिले के कल्याणपुर गांव के पानी में समा जाने का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। कल्याणपुर के लोग अपने गांव को बचाने के लिए घाघरा की बाढ़ में घुसकर सत्याग्रह कर रहे हैं। कल्याणपुर गांव के लोगों के सत्याग्रह के दबाव में प्रशासन ने गांव खाली करने का आदेश वापस ले लिया है। अब तटबंध बनाकर गांव को बचाने की कोशिश की जाएगी।
पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर इलाके में भारी बारिश के दौरान बिजली गिरने से एक पति-पत्नी समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक शख्स घायल हो गया। अहमदाबाद में तेज बारिश के कारण जगह-जगह 20 से ज्यादा गड्ढे हो गए हैं, जो लोगों के लिए खतरनाक हो सकते हैं। लिहाजा उन्हें भरने का काम तेजी से किया जा रहा है।