नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोराना वायरस से पार पाने में विराट कोहली, पीवी सिंधू, सचिन तेंदुलकर समेत शीर्ष 40 से अधिक खिलाड़ियों से लोगों को जागरूक करने का आग्रह करते हुए शुक्रवार को यहां कहा कि इस महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में ‘टीम इंडिया’ के रूप में भारत को विजयी बनाना है।
प्रधानमंत्री ने तेजी से फैल रही कोविड-19 महामारी को फैलने से रोकने के लिए राष्ट्रीय लॉकडाउन के बीच खेल मंत्री कीरेन रीजीजू और देश के 40 से अधिक खिलाड़ियों से वीडियो कॉल के जरिए 1 घंटे तक बात की जिनमें बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली, दिग्गज सचिन तेंदुलकर और वर्तमान कप्तान विराट कोहली जैसे शीर्ष क्रिकेटर भी शामिल थे।
इनमें से कुछ खिलाड़ियों ने अपने सुझाव भी रखे और मोदी ने कहा कि उन पर पूरा ध्यान दिया जाएगा। तेंदुलकर ने 14 अप्रैल के बाद भी एहतियात बरतने पर जोर दिया जबकि फर्राटा धाविका हिमा दास ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जुटे स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिस पर हमले पर दुख जताया।
विश्व चैंपियनशिप कांस्य पदक विजेता बैडमिंटन स्टार बी साइ प्रणीत ने भी इस कॉल में हिस्सा लिया और उसकी एक क्लिप ट्विटर पर डाली। इसमें मोदी ने कहा, ‘आपके सुझावों पर भी सरकार द्वारा पूरा ध्यान दिया जाएगा। कोरोना के खिलाफ इस वैश्विक लड़ाई में हमें टीम इंडिया के रूप में भारत को विजयी बनाना है। मुझे विश्वास है कि हम सभी के सामूहिक प्रयासों से देश में नई ऊर्जा का संचार होता है।’
प्रधानमंत्री ने ‘संकल्प, संयम, सकारात्मकता, सम्मान और सहयोग’ का पांच सूत्री मंत्र देते हुए कहा कि लोगों का मनोबल बढ़ाने में खिलाड़ी अहम भूमिका निभा सकते हैं।
खेल मंत्रालय के सूत्रों ने कहा, ‘बातचीत 1 घंटे तक चली जिसमें खिलाड़ियों ने अपने सुझाव रखे और प्रधानमंत्री ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में उनके योगदान की सराहना की।’
ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त ने ट्वीट किया, ‘माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने खिलाड़ियों से बात करके उनसे अपने सोशल मीडिया द्वारा सामाजिक दूरी बनाए रखने का ज्यादा से ज्यादा प्रचार करने और कोरोना वायरस के प्रति लोगों को जागरूक करने की अपील की।’
महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने बैंग्लुरु के भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) शिविर में कोरोना वायरस को लेकर बरती जा रही सावधानियों को लेकर बात की।
भाग लेने वाले खिलाड़ियों की सूची में कई प्रमुख क्रिकेटर शामिल हैं। इनमें तेंदुलकर, गांगुली और कोहली के अलावा पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान, युवराज सिंह ने भी हिस्सा लिया। विश्व कप विजेता पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और केएल राहुल के नाम भी सूची में थे लेकिन वे इसमें भाग नहीं ले सके।
क्रिकेटरों के अलावा ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधू, भाला फेंक के एथलीट नीरज चोपड़ा, दिग्गज शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद, धाविका हिमा दास, मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम और अमित पंघाल, पहलवान विनेश फोगाट और युवा निशानेबाज मनु भाकर भी उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने वीडियो कॉल में हिस्सा लिया।
मंत्रालय के सूत्रों ने कहा, ‘इनमें से 12 खिलाड़ियों को अपनी बात रखने के लिए 3-3
मिनट का समय दिया गया।’ पता चला कि तेंदुलकर, गांगुली, एमसी मेरीकॉम और कोहली उन खिलाड़ियों में शामिल थे जिन्होंने इस दौरान अपनी बात रखनी थी लेकिन छह बार की विश्व चैंपियन मेरीकॉम से नेटवर्क के कारण संपर्क नहीं हो पाया था।
तेंदुलकर ने बाद में एक बयान में कहा, ‘मैने सुझाव दिया कि महामारी से उबरने के बाद भी हाथ मिलाने की बजाय हाथ जोड़कर नमस्ते करूंगा जो हमारा तरीका है।’ असम पुलिस में डीएसपी के पद पर कार्यरत एशियाई खेलों की पदक विजेता हिमा ने कहा, ‘मैने उनसे कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिस पर हमले दुखद है।’
छह बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज मेरीकॉम नेटवर्क समस्या के कारण कॉल में शामिल नहीं हो सकी। पूर्व विश्व भारोत्तोलन चैंपियन मीराबाई चानू ने कहा, ‘उन्होंने हमसे सामाजिक दूरी और स्वच्छता को लेकर जागरूकता जगाने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि इस लड़ाई को जीतने के लिए हमें विराट (कोहली) के जुझारूपन की जरूरत है।’
विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता निशानेबाज अभिषेक वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों से सकारात्मक बने रहने और सकारात्मकता फैलाने का आग्रह किया। कोविड-19 महामारी के कारण विश्व भर में खेल गतिविधियां ठप्प पड़ी हुई हैं जबकि टोक्यो ओलंपिक को 1 साल के लिए टाल दिया गया है।
इस महामारी के कारण भारत में अब तक 50 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। विश्व भर में मृतकों की संख्या 50,000 को पार कर चुकी है। भारत में तीन सप्ताह का ‘लॉकडाउन’ 14 अप्रैल को समाप्त हो रहा है। (भाषा)