इस तकनीक से देश के 1,000 शहरों में 5G नेटवर्क लाने की तैयारी में रिलायंस
जियो अब देश के 1 हजार शहरों में 5जी नेटवर्क से अपना विस्तार करना चाहती है। इसके लिए वो एक तकनीक का सहारा लेगी।
देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी जियो ने देश के 1,000 छोटे-बड़े शहरों में 5जी नेटवर्क कवरेज का ढांचा खड़ा करने की योजना बनाई है। जियो इस लक्ष्य को पाने के लिए अपनी फाइबर नेटवर्क के विस्तार के साथ पायलट योजना भी चला रही है।
वीआई और एयरटेल भी अपनी 5जी सर्विस लांच करने जा रहे हैं। रिलांयस जियो इन्फोकॉम के अध्यक्ष किरण थॉमस ने एक बयान में भारत में 5जी सर्विस मुहैया कराने से जुड़ी अपनी तैयारियों का ब्योरा देते हुए कहा कि इसके लिए कंपनी ने कई टीमें बनाई हैं।
जियो के मुताबिक देश के उन 1000 शहरों की लिस्ट तैयार है जहां 5जी नेटर्वक ले जाने की प्लानिंग की गई है। जियो अभी इसके लिए एडवांस यूज केस का ट्रायल कर रही है। 5जी का इस्तेमाल बड़े स्तर पर हेल्थकेयर और इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन के लिए भी किया जाना है।
कंपनी ने कहा है कि देश के कई शहरों में 5जी पायलट प्रोग्राम चल रहा है। 5जी नेटवर्क शुरू करने के लिए 3डी मैप्स और रे ट्रेसिंग टेक्नोलॉजी से नेटवर्क प्लानिंग का काम जारी है। यह काम देश के कई शहरों में एक साथ हो रहा है।
जियो का कहना है कि 5जी नेटवर्क प्लानिंग के लिए अब तक के सबसे आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। 5जी नेटवर्क शुरू करने के लिए 3डी मैप्स और रे ट्रेसिंग टेक्नोलॉजी को सबसे आधुनिक माना जाता है।
इस एडवांस टेक्नोलॉजी का प्रयोग देश के हर हिस्से में हो रहा है क्योंकि जैसे ही सरकार से अप्रूवल मिलेगा, 5जी नेटवर्क की शुरुआत पूरे देश में एक साथ कर दी जाएगी. उस वक्त इस नई तकनीक को रोलआउट करने में परेशान न आए, इसकी तैयारियां पहले से चल रही हैं।
5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में होने का अनुमान है। मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के 31 दिसंबर तक जियो के 42.1 करोड़ ग्राहक हैं।
प्रति साल जियो से लगभग 1.02 करोड़ नए ग्राहक जुड़ रहे हैं। हालांकि दो तिमाही के बीच देखें तो जियो के ग्राहकों की तादाद में कमी आई है। पिछले साल की इसी तिमाही से इस साल तिमाही के बीच जियो के ग्राहकों में 8.4 मिलियन ग्राहकों की कमी है। यह कमी इसलिए देखी जा रही है क्योंकि सिम कॉन्सोलिडेशन औम एक्टिव कस्टमर के नंबर बंद हुए हैं। सिंगल सिम का इस्तेमाल बढ़ना और टैरिफ में वृद्धि भी इसकी वजह हो सकती है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक जियो का एआरपीयू अभी लगभग स्थिर है और उसमें न तो गिरावट है और न ही बढ़ोतरी। लेकिन कंपनी का एवरेज रेवेन्यू पर यूजर या ARPU 8.4 परसेंट की वृद्धि के साथ 151.6 रुपये पर पहुंच गया है। एक एक साल का आंकड़ा है।
यह कमाई इंटरकनेक्शन यूजेज चार्ज को एडजस्ट करने से बढ़ी है। यह चार्ज जियो को अन्य ऑपरेटर को देना पड़ता है। जनवरी 1, 2021 से इंटरकनेक्शन यूजेज चार्जेज जीरो कर दिया गया है। इससे लगभग सभी कंपनियों की कमाई बढ़ी है। दिसंबर 2021 में खत्म हुई तिमाही में जियो प्लेटफॉर्म को 8.8 परसेंट वृद्धि के साथ 3,795 करोड़ रुपये की कमाई हुई है।