पिता की मौत, मां की शादी, फिर बाबा बनने गए वृन्दावन, ऐसी है मोटिवेशनल स्पीकर Vivek Bindra के संघर्ष की कहानी?
Vivek Bindra और Sandeep Maheshwari का विवाद जमकर वायरल हो रहा है। दोनों दिग्गज यूट्यूबर हैं, हालांकि विवेक बिंद्रा मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर प्रसिद्ध हैं। अब वे अपनी पत्नी के साथ मारपीट की वजह से चर्चा में आए हैं।\
बचपन में ही पिता की मौत। मां ने दूसरी शादी। और जिंदगी से सन्यास लेने के लिए चले गए वृंदावन। कुछ ऐसी रही है विवेक बिंद्रा की जिंदगी की स्क्रिप्ट। जानते हैं कौन हैं विवेक बिंद्रा और उनके संघर्ष की कहानी।
अब पत्नी के साथ मारपीट : संदीप माहेश्वरी के साथ विवाद और पत्नी के साथ मारपीट के बाद विवेक बिंद्रा चर्चाओं में आ गए हैं। वह एक जाने माने मोटिवेशनल स्पीकर हैं, लेकिन पत्नी के साथ मारपीट का आरोप लगने के बाद नोएडा में FIR दर्ज करवाई गई है। 6 दिसंबर को विवेक बिंद्रा की शादी हुई और आरोप है कि इसके कुछ दिन बाद ही उन्होंने पत्नी के साथ मारपीट की।
कौन हैं विवेक बिंद्रा : विवेक बिंद्रा का जन्म 5 अप्रैल 1982 को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुआ। दिल्ली के सेंट जेवियर से 10वीं और 12वीं की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने एमिटी यूनिवर्सिटी से MBA की डिग्री हासिल की। पढ़ाई के दौरान वह स्पोर्ट्स में काफी एक्टिव रहे हैं। एक इंटरव्यू में बिंद्रा ने बताया था कि शुरुआती पढ़ाई के दौरान चौदह पंद्रह साल में मैंने दस स्कूल बदल लिए थे। स्कूल की फीस नहीं जमा हो पाती थी तो स्कूल वाले निकाल देते थे। कभी दादा तो कभी चाचा के घर रहकर पढ़ता था। मेरी स्कूली शिक्षा काफी मुश्किलों से भरी रही।
पिता का निधन : विवेक बिंद्रा के पिता का निधन उस वक्त हो गया जब बिंद्रा की उम्र करीब ढाई साल थी। इसके बाद मां ने दूसरी शादी कर ली। इस तरह बिंद्रा को ना तो पिता का प्यार मिल पाया और ना ही उन्हें मां का प्यार मिला। विवेक बिंद्रा चाचा, दादा और अन्य रिश्तेदारों के यहां रहकर अपना बचपन बिताने पर मजबूर थे। विवेक बिंद्रा कहते हैं कि चाचा ने उनकी काफी मदद की। पढ़ाई जारी रखने के लिए वह ट्यूशन भी पढ़ाते थे, जिससे स्कूल की फीस जमा कर सकें।
और चले गए बाबा बनने : विवेक बिंद्रा कॉलेज की पढ़ाई के बाद संन्यास लेने के लिए वृन्दावन चले गए थे। करीब चार साल तक वह आश्रम में रहे। इस समय को याद कर विवेक बताते हैं कि मेरा असली MBA यही था। मैंने भगवत गीता और शास्त्र को पढ़ा, जिससे मेरी जिंदगी में बदलाव आया। मैं भगवत गीता को धर्म, जाति से ऊपर मानता हूं। उन्होंने कहा कि मैं संन्यास नहीं ले पाया था लेकिन ब्रह्मचर्य जीवन जी रहा था।
चार व्यूज मिले, जो मेरे ही थे : विवेक बिंद्रा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब मैंने पहली बार यूट्यूब पर वीडियो डाला तो मेरे ही सहकर्मी मुझ पर हंसने लगे थे। मैं बिना स्क्रिप्ट के वीडियो बनाता हूं, बस मेरी तैयारी खूब होती है। एक दिन वीडियो पर चार व्यूज आए तो मैं खुश हुआ। लोगों ने बताया कि मैंने ही अपना वीडियो चार बार देखा है, लेकिन मैंने वीडियो बनाना जारी रखा और धीरे धीरे लोगों का ध्यान इस पर आकर्षित होने लगा। आज विवेक बिंद्रा के चैनल पर 21 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर हैं। बिंद्रा को एशिया में यूट्यूब पर सबसे ज्यादा देखे जाने वाले कोच और मोटिवेशनल स्पीकर माना जाता है।
विवेक बिंद्रा ने साल 2012 में ग्लोबल ACT (Global Academic Consulting and Training ) नाम का स्टार्टअप शुरू किया। उन्होंने कई बड़ी कंपनियों के साथ काम किया। मानेसर स्थित मारूति कंपनी और यूनियन के बीच चल रहे विवाद को सुलझाने के बाद विवेक बिंद्रा चर्चाओं में आ गए थे।
Edited by navin rangiyal