पटेल को पता था चीन भारत के साथ करेगा डोकलाम विवाद
पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का कहना है कि भारत के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने चीन और पाकिस्तान के साथ भारत के युद्ध का अनुमान वर्ष 1950 में ही लगा लिया गया था। ये युद्ध लगभग एक दशक बाद लड़े गए। पर्रिकर ने कल कहा कि भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को लिखे तीन पन्नों के पत्र में पटेल ने डोकलाम मुद्दे का अनुमान भी जताया था। पटेल की जयंती और इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने यह कहा। पर्रिकर ने कहा कि रक्षा मंत्री रहते हुए उन्हें पटेल के बारे में पढ़ने का अवसर मिला।
उन्होंने कहा कि मैंने जवाहरलाल नेहरू को लिखा उनका एक पत्र पढ़ा है। पत्र का विषय उत्तरी सीमा पर हमारे शत्रु या विरोधी है। पर्रिकर ने कहा कि 1950 में सरदार पटेल ने अनुमान लगा लिया था कि 1965 में क्या होने वाला है (भारत-पाकिस्तान युद्ध), इसके अलावा चीन के साथ युद्ध, यहां तक कि हाल के दिनों में सामने आए डोकलाम विवाद का भी उन्हें भान था।
गोवा के मुख्यमंत्री ने कहा कि वे एकदम सटीक और परिपूर्ण थे। पर्रिकर ने कश्मीर के संदर्भ में कहा कि वर्तमान में जो हालात हैं वे इसलिए हैं क्योंकि पटेल के विचारों पर गौर नहीं किया गया। भारत और पाकिस्तान के बीच वर्ष 1965 और वर्ष 1971 में युद्ध हुए थे। भारत और चीन के बीच 1962 में युद्ध हुआ था। और इस वर्ष की शुरुआत में सिक्किम के निकट डोकलाम में भारत और चीनी सैनिकों के बीच लंबे समय तक विवाद बना रहा था।