नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि उन्होंने नोटबंदी एवं जीएसटी का दोहरा प्रहार किया, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था पंगु हो गई है तथा जीएसटी के कारण ‘कर आतंकवाद की सुनामी’ लाई गई। उन्होंने दावा किया कि यदि कांग्रेस सत्ता में आई तो जीएसटी में सुधार किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि जीएसटी के कारण देश के उद्योग-व्यापार क्षेत्र बेहाल हैं तथा वित्त मंत्री अरुण जेटली कह रहे हैं कि सब कुछ ठीक है। उन्होंने यह भी कहा कि इस समय सबसे अधिक जरूरत देश में रोजगार के अवसर बढ़ाने की है। लघु एवं मझोले उद्योगों को प्रोत्साहन देकर देश में रोजगार के अवसर सृजित किए जाएंगे।
राहुल ने आज यहां पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के वार्षिक सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उनकी सरकार की नीतियों पर तीखे प्रहार किए।
काले धन को बाहर लाने के लिए नोटबंदी के फैसले का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘सारी नकदी काली नहीं होती, सभी तरह का काला (धन) नकद नहीं होता। प्रधानमंत्री ने अपनी शक्तियों का प्रयोग चौड़ी छाती किंतु छोटे दिल के साथ किया।
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री ने दोहरा वार (जीएसटी एवं नोटबंदी) किया, बहुत जल्दी, बहुत करीब से ताकि सुनिश्चित हो कि निशाना ढेर हो जाए। इससे हमारी अर्थव्यवस्था पंगु हो गई। देश में उद्योग एवं व्यापार के माहौल की चर्चा करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘व्यापार भरोसे की मंशा पर चलता है। इस सरकार में भरोसा खत्म हो चुका है। प्रधानमंत्री और सरकार इस बात को लेकर विश्वस्त हैं कि प्रत्येक व्यक्ति चोर है।
उन्होंने कहा कि एक दूसरे की बात सुनकर ही भरोसा बढ़ता है किन्तु आज सरकार में कोई भी व्यक्ति लोगों की पीड़ा सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा, स्टार्ट अप इंडिया के साथ साथ ‘शट अप इंडिया’ नहीं चल सकता। सरकार के लिए यह अनिवार्य है कि वह आपकी बात सुने, आप पर भरोसा करे।
लघु एवं मझोले उद्योगों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र रीढ़ की हड्डी है किंतु इसे बहुत कम सहयोग मिल रहा है। (इस क्षेत्र को छोड़कर) किसी में भी यह क्षमता नहीं है कि वह चीन को चुनौती दे सके और उन्हीं के खेल में उन्हें मात दे सके।
उन्होंने सवाल किया कि बेरोजगारी दूर करने की मुहिम में इस मजबूत हथियार को यह सरकार इतना कम महत्व क्यों दे रही है। उन्होंने वित्त मंत्री जेटली पर भी प्रहार करते हुए कहा कि व्यापार डूब रहे हैं और जेटली के पास यह क्षमता है कि वह आए दिन कहते रहते हैं कि सब ठीक है।
उन्होंने कल वित्त मंत्री द्वारा बैंकों के पुनर्पूंजीकरण की घोषणा की चर्चा करते कहा कि यह केवल बड़े व्यापारों को लक्ष्य कर किया गया है। कल्पना करिए कि यदि यह सहयोग लघु एवं मझोले उद्योगों को प्रदान किया होता।
जीएसटी की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसे लागू करने से पहले पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम सहित कई कांग्रेस नेता सरकार से मिले थे और उन्हें जीएसटी के मौजूदा स्वरूप की खामियों के बारे में आगाह किया था किन्तु सरकार ने किसी की नहीं सुनी और इसे लागू कर दिया। उसका परिणाम अब देखने को मिलेगा।
राहुल ने भरोसा दिलाया कि यदि कांग्रेस सत्ता में आयी तो वह जीएसटी में सुधार करेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में अधिक विकेन्द्रीकरण किया जाएगा। उसमें युवा चेहरों के साथ बुजुर्गों के अनुभवों का लाभ भी उठाया जाएगा। (भाषा)