मन की बात में जल संरक्षण पर क्या बोले पीएम मोदी?
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय आजादी के 75वें साल में,आजादी के अमृत महोत्सव में, देश जिन संकल्पों को लेकर आगे बढ़ रहा है,उनमें जल संरक्षण भी एक है। अमृत महोत्सव के दौरान देश के हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाए जाएंगे।
पानियम् परमम् लोके, जीवानाम् जीवनम् समृतम् अर्थात संसार में जल ही हर जीव के, जीवन का आधार है और जल ही सबसे बड़ा संसाधन भी है, इसलिए तो हमारे पूर्वजों ने भी जल संरक्षण पर इतना जोर दिया।
उन्होंने कहा कि आपके छोटे छोटे ट्रांजेक्शन से डिजिटल इकॉनोमी तैयार हो रही। गांव-गांव में ऑनलाइन पेमेंट हो रहा है। इससे कैश निकालने का झंझट ही खत्म हो गया। साथ ही खुल्ले पैसे की दिक्कत खत्म हो गई।
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में BHIM UPI तेजी से हमारी अर्थव्यवस्था और आदतों का हिस्सा बन गया है। आप भी UPI की सुविधा को रोजमर्रा के जीवन में महसूस करते होंगे। इस समय हमारे देश में करीब 20 हजार करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन हर दिन हो रहे हैं।
टेक्नोलॉजी ने एक और बड़ा काम किया है। ये काम है हमारे दिव्यांग साथियों की असाधारण क्षमताओं का लाभ देश और दुनिया को दिलाना। हमारे दिव्यांग भाई-बहन क्या कर सकते हैं, ये हमने टोक्यो ओलंपिक में देखा है। खेलों की तरह ही आर्ट्स, एकेडमिक्स, दूसरे कई क्षेत्रों में दिव्यांग साथी कमाल कर रहे हैं। जब इन साथियों को टेक्नोलॉजी की ताकत मिल जाती है तो ये और भी बड़े मुकाम हासिल कर दिखाते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री संग्रहालय की शुरुआत हुई। इस संग्रहालय में कई प्रधानमंत्रियों से जुड़ी जानकारी है। संग्रहालय में कई रोचक जानकारियों के साथ ही गर्व करने वाली चीजें भी मौजूद। इस अवसर पर उन्होंने लोगों से म्यूजियम से जुड़े कई सवाल पूछे।
पीएम ने कहा कि गुरुग्राम में रहने वाले सार्थक जी पहला मौका मिलते ही संग्रहालय देख आए। उन्होंने नमो एप पर पीएम संग्रहालय की ऐसी चीजों के बारे में लिखा है, जो उनकी जिज्ञासा को और बढ़ाने वाली थी।