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Last Modified: शनिवार, 30 जुलाई 2016 (10:51 IST)

पठान कोट हमला : अमेरिकी डोजियर से पाक हुआ बेनकाब

पठान कोट हमला : अमेरिकी डोजियर से पाक हुआ बेनकाब - Pathankot terrorist attack
नई दिल्ली। पठानकोट एयरबेस हमले की जांच में अमेरिका ने भारत को पाकिस्‍तान के खिलाफ सबूत दिए हैं। इन सबूतों में हैंडलर काशिफ जान और चार फिदायीन आतंकियों के बीच चैट और बातचीत के 1000 पन्‍ने शामिल हैं। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक यह बातचीत वैसी ही थी जिस तरह की 2008 मुंबई आतंकी हमले के वक्‍त हुई थी।
इससे साफ होता है कि पठानकोट हमला पाकिस्‍तान से मैनेज किया गया। अमेरिका की ओर से दिए गए इन दस्‍तावेजों की नेशनल इंवेस्‍टीगेशन एजेंसी( एनआईए) जांच कर रही है। गौरतलब है कि पठानकोट एयरबेस पर जनवरी में हमला हुआ था। इस हमले में 7 जवान शहीद हुए थे। हमलों का मास्टरमाइंड जैश ए मोहम्‍मद मसूद अजहर है।
 
 
अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक हमले के दौरान चारों फिदायीन नासिर हुसैन (पंजाब), अबू बकर (गुजरांवाला), उमर फारूक और अब्दुल कयूम (सिंध) 80 घंटे तक पाक में बैठे अपने हैंडलर से संपर्क में थे। अमेरिका की ओर से दिए गए दस्‍तावेजों में काशिफ की पाकिस्तान स्थित जैश के हैंडलर्स से बातचीत का ब्यौरा भी दर्ज है। अमेरिका ने भारत को ये सबूत म्यूचुअल लीगल असिस्टेंस ट्रीटी के तहत सौंपे हैं। दस्‍तावेजों के अनुसार वॉट्सएप पर चैटिंग करने के अलावा काशिफ एक फेसबुक अकाउंट भी चला रहा था। ये फेसबुक अकाउंट उसी नंबर से जुड़ा हुआ था, जिससे हमलावरों ने एसपी सलविंदर सिंह को अपहरण करते समय फोन किया था।
 
दस्‍तावेजों के मुताबिक इन फेसबुक पेजों पर जिहादी कंटेंट, वीडियो और कमेंट मौजूद हैं। आतंकियों ने जैश की आर्थिक शाखा अल-रहमत ट्रस्ट के नंबरों पर भी कॉल किया था। एनआईए ने अमेरिका से इन चैट्स और अकाउंट्स की डिटेल मांगी थीं। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, अमेरिका ने भारत से सारी जानकारी साझा की है। लेकिन फिलहाल उन मोबाइल नंबरों का खुलासा नहीं कर रहे क्योंकि इसकी जांच चल रही है। 
 
आतंकियों ने एक अन्य ‘मुल्ला दादुल्ला’ के फेसबुक अकाउंट से जुड़े हुए नंबर पर भी फोन किया था। यह अकाउंट भी काशिफ जान ही चलाता था। इसे टेलीनॉर एंड टेलीनॉर पाकिस्तान कम्युनिकेशन कंपनी लि. इस्लामाबाद के आईपी एड्रेस का इस्तेमाल करके यूज किया जा रहा था। (एजेंसियां)
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