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Last Modified: बुधवार, 10 जुलाई 2024 (13:24 IST)

उत्तराखंड में कहीं पहाड़ दरके, कहीं चट्‍टानें गिरीं (देखें वीडियो)

uttarakhand landslide
Landslide in Uttarakhand : बारिश के कारण उत्तराखंड में पहाड़ों के दरकने और चट्‍टाने गिरने की घटनाएं बढ़ गई हैं। बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर चमौली जिले के पातालगंगा लंगसी टनल के पास पहाड़ी से भूस्खलन होने के कारण सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया है। उत्तराखंड पुलिस द्वारा शेयर किए गए इस खौफनाक वीडियो में एक पहाड़ दरकता हुआ दिखाई दे रहा है। नीचे गिरने पर धूल का गुबार दिखाई देता है, ठीक वैसे ही जैसे किसी बम विस्फोट के बाद धुआं दिखाई देता है। 
 
यह वीडियो बद्रीनाथ राजमार्ग का है, जहां पातालगंगा लंगसी टनल के पास भूस्खलन हुआ है। इस भूस्खलन के बाद मार्ग पर आवाजाही बंद हो गई। दूसरी ओर, कुमाऊं क्षेत्र की नदियां उफान पर हैं, सैकड़ों ग्रामीण सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और चंपावत तथा उधम सिंह नगर जिलों के कई गांवों में भारी जलभराव हो गया है।
चार धाम यात्रा फिर शुरू : हालांकि गढ़वाल क्षेत्र में मौसम में सुधार के बाद चार धाम यात्रा सोमवार को फिर से शुरू हो गई। मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर एक दिन के लिए यात्रा स्थगित कर दी गई थी। हाल ही में उधम सिंह नगर जिले के खटीमा और सितारगंज के अलावा चंपावत जिले के पूर्णागिरि डिवीजन में भारी जलभराव के कारण पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) के कर्मियों को लगभग 200 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा। इन लोगों ने होटल, विवाह भवनों और अपने रिश्तेदारों के यहां शरण ली है।
 
पिथौरागढ़ जिले में लगातार बारिश हो रही है, जिससे दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिले के मुनस्यारी सब डिवीजन के तेजम गांव में सबसे अधिक 200 मिमी बारिश दर्ज की गई। टनकपुर से पिथौरागढ़ तक का बारहमासी मार्ग भारी बारिश के कारण कई बार बंद हो चुका है। इसे पिथौरागढ़ और चंपावत दोनों जिलों की जीवन रेखा माना जाता है। (वेबदुनिया/एजेंसी)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala
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