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Last Modified: गुवाहाटी , शुक्रवार, 23 जून 2023 (23:04 IST)

क्या बराक ओबामा पर असम में होगी FIR? सीएम हिमंत की टिप्पणी पर बवाल

क्या बराक ओबामा पर असम में होगी FIR? सीएम हिमंत की टिप्पणी पर बवाल - Many Hussein Obama in India, Assam CM Himanta comment created ruckus
Himanta Biswa Sarma on Barack Obama: ‘क्या असम पुलिस भारत में अल्पसंख्यकों की कथित असुरक्षा पर टिप्पणी के लिए पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को गिरफ्तार करेगी’, इस विषय पर एक सोशल मीडिया पोस्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को दावा किया कि 'भारत में कई हुसैन ओबामा हैं' और उन लोगों से निपटना उनकी प्राथमिकता होगी। हालांकि हिमंत की टिप्पणी के बाद राजनीतिक बवाल मच गया। राकांपा ने उनकी टिप्पणी को मूर्खतापूर्ण करार दिया। 
 
उन्होंने कहा कि असम पुलिस अपनी प्राथमिकताओं के अनुसार कार्रवाई करेगी। भाजपा नेता ने एक प्रमुख पत्रकार की पोस्ट साझा करते हुए ट्विटर पर लिखा कि भारत में ही कई हुसैन ओबामा हैं। वॉशिंगटन जाने के बारे में विचार करने से पहले हमें उन पर गौर करने को प्राथमिकता देनी चाहिए। असम पुलिस अपनी प्राथमिकताओं के आधार पर कार्रवाई करेगी।
 
ट्वीट में पूछा गया था कि क्या असम पुलिस पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति को गिरफ्तार करने के लिए अमेरिका जाएगी? पत्रकार ने लिखा कि भावनाएं आहत करने के लिए क्या ओबामा के खिलाफ गुवाहाटी में अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज की गई है? क्या असम पुलिस ओबामा को किसी उड़ान से उतारने और गिरफ्तार करने के लिए वॉशिंगटन जा रही है?
यह ट्वीट स्पष्ट रूप से असम में विपक्षी नेताओं के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के संदर्भ में था। देश के विभिन्न हिस्सों में उनकी टिप्पणियों को लेकर असम में प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।
 
असम पुलिस ने विभिन्न स्थानों की यात्रा की और यहां तक कि गिरफ्तारियां भी कीं। इनमें फरवरी में कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को विमान से उतारना और उन्हें गिरफ्तार करना तथा पिछले साल गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी को गिरफ्तार करना शामिल है।
 
ओबामा ने बृहस्पतिवार को ‘सीएनएन’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा था कि यदि (अमेरिकी) राष्ट्रपति प्रधानमंत्री मोदी से मिलते हैं, तो हिंदू बहुसंख्यक भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का उल्लेख करना उचित है। अगर मेरी प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत हुई, जिन्हें मैं अच्छी तरह से जानता हूं, तो मेरे तर्क का एक हिस्सा यह होगा कि यदि आप भारत में जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करते हैं, तो इस बात की प्रबल संभावना है कि भारत किसी बिंदु पर अलग-थलग होने लगेगा।
‍हिमंत की टिप्पणी मूर्खतापूर्ण : राकांपा ने हिमंत की 'हुसैन ओबामा' टिप्पणी को अप्रिय बताते हुए कहा कि यह अमेरिका यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस दावे का महत्व घटाती है कि भारत में कोई धर्म-आधारित भेदभाव नहीं है। राकांपा ने कहा कि शर्मा को माफी मांगनी चाहिए ताकि दुनिया प्रधानमंत्री पर विश्वास करे।
 
राकांपा के प्रवक्ता क्लाईड क्रास्टो ने कहा कि या तो उन्होंने (शर्मा ने) हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के अमेरिका में दिए गए बयान को नहीं सुना, या फिर उन्होंने जो कहा, उसकी अनादरपूर्वक वह अवहेलना कर रहे हैं। मोदी ने कहा था कि भारत में, जाति, पंथ, धर्म, लिंग से इतर, भेदभाव के लिए बिल्कुल कोई जगह नहीं है।
 
राकांपा प्रवक्ता ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री के बयान ने ओबामा का भी अपमान किया है, जो दुनिया के सबसे बेहतरीन नेताओं में से एक हैं और जिन्हें मोदी अपना ‘करीबी दोस्त’ बताते हैं। उन्होंने कहा कि अब भाजपा के मुख्यमंत्री शर्मा को दुनिया को यह विश्वास दिलाने के लिए माफी मांगनी चाहिए कि मोदी जी ने जो कहा वह सच है। (एजेंसी/वेबदुनिया) 
 
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