मंगलवार, 19 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Man arrested for threatening to kill Rahul Gandhi and Kamal Nath
Written By
Last Modified: शुक्रवार, 25 नवंबर 2022 (22:19 IST)

भारत जोड़ो यात्रा : राहुल गांधी और कमलनाथ की हत्या की धमकी देने वाला व्यक्ति गिरफ्तार

भारत जोड़ो यात्रा : राहुल गांधी और कमलनाथ की हत्या की धमकी देने वाला व्यक्ति गिरफ्तार - Man arrested for threatening to kill Rahul Gandhi and Kamal Nath
इंदौर (मध्य प्रदेश)। राहुल गांधी की अगुवाई वाली 'भारत जोड़ो यात्रा' के इंदौर पहुंचने पर शहर में अलग-अलग स्थानों पर भीषण बम धमाके करने और गांधी और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की हत्या की सनसनीखेज धमकी देने वाले 69 वर्षीय व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। जूनी इंदौर थाने के प्रभारी योगेश सिंह तोमर ने शुक्रवार को बताया कि दयाल सिंह उर्फ दया सिंह (69) को गुरुवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा में एक चाय की दुकान से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि सिंह के पास से बरामद दस्तावेजों के अनुसार वह उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के मलिकमऊ रोड स्थित घोसियाना इलाके का रहने वाला है।

गौरतलब है कि राहुल की दादी एवं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके दो सिख अंगरक्षकों ने 31 अक्टूबर, 1984 को हत्या कर दी थी, जो उस साल जून में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर से आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए किए गए ऑपरेशन ब्लू स्टार के खिलाफ थे। वहीं राहुल के पिता व पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का भी भी तमिल आत्मघाती हमलावर ने मई, 1991 में हत्या कर दी थी।

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (जोन-4) प्रशांत चौबे ने बताया, मामले में जांच और सिंह से अब तक हुई पूछताछ में उसका खालिस्तान से जुड़े किसी संगठन के साथ संबंध होने की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सिंह ने 1984 के सिख विरोधी दंगों में अपने किसी रिश्तेदार को नहीं खोया है, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या के बाद हुई हिंसा से वह आक्रोशित है। चौबे ने कहा कि खानाबदोश की तरह रहने वाले सिंह से आगे और पूछताछ की जा रही है।

चौबे ने कहा, सिंह वाणिज्य में स्नातक है और वह अपने परिवार का एकमात्र सदस्य है। उसकी पत्नी की बहुत पहले मृत्यु हो चुकी है। उसकी कोई संतान नहीं है। अधिकारी ने बताया कि अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए सिंह ने यात्रा करना शुरू कर दिया और सिख होने के नाते उसके लिए देश के किसी भी इलाके में किसी भी गुरुद्वारे में रहना और भोजन करना बहुत आसान है।

चौबे ने कहा कि उसने पुलिस को यह भी बताया कि जब वह शुरुआती दिनों में गुरुद्वारों में रहता था, तो उसने वहां रसोइयों की सहायता करना शुरू कर दिया और इस तरह गुरुद्वारों में लंगर के लिए भोजन पकाना सीखा। उन्होंने कहा कि अपनी संपत्ति के बारे में सिंह ने पुलिस को बताया कि रायबरेली शहर में उसका पैतृक मकान है, लेकिन वह बेहद खस्ता हाल है। अपने शौक के बारे में उसने पुलिस को बताया है कि वह एक कलाकार है और वह पेंटिंग के साथ-साथ किसी व्यक्ति की तस्वीर (स्केच) भी बना सकता है।

अधिकारी ने कहा कि सिंह ने इससे पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मध्य प्रदेश के कुछ अन्य नेताओं को भी धमकी दी थी। चौबे ने बताया कि वह मध्य प्रदेश के मालवा अंचल में लंबे समय से घूम रहा है। जूनी इंदौर थाने के प्रभारी तोमर ने कहा कि अजय जैन ने 17 नवंबर को धमकी भरे पत्र के संबंध में थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।

उन्होंने बताया, इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर इंदौर पुलिस ने तलाशी शुरू की और संदिग्ध आरोपी की तस्वीर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के साथ आसपास के इलाकों की पुलिस को प्रसारित की गई। उसके नागदा रेलवे स्टेशन के पास दिखने की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस से संपर्क किया गया, जिसने उसे गिरफ्तार कर जूनी इंदौर थाने पहुंचाया।

पुलिस के मुताबिक जूनी इंदौर क्षेत्र में मिठाई-नमकीन की एक दुकान को 17 नवंबर को डाक से मिले पत्र में वर्ष 1984 के सिख विरोधी दंगों का जिक्र किया गया था। पुलिस ने बताया कि पत्र में दावा किया गया था कि अगर राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा इंदौर के खालसा स्टेडियम में विश्राम करने के लिए ठहरी तो इस यात्रा के दौरान इंदौर के अलग-अलग स्थानों पर भीषण बम धमाकों के साथ गांधी व कमलनाथ को जान से मार दिया जाएगा।

कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि धमकीभरे पत्र के बाद कांग्रेस ने 28 नवंबर की रात को खालसा स्टेडियम में यात्रा के प्रस्तावित पड़ाव स्थल में बदलाव किया है। उन्होंने कहा कि यात्रा अब इंदौर के खालसा स्टेडियम के बजाय चिमनबाग मैदान पर 28 नवंबर की रात को पड़ाव डालेगी।

गौरतलब है कि कांग्रेस की शुरुआती योजना के मुताबिक गांधी और इस यात्रा में शामिल अन्य लोगों को इंदौर के खालसा स्टेडियम में ठहरना था, लेकिन आठ नवंबर को गुरु नानक जयंती के धार्मिक कार्यक्रम के दौरान सामने आए विवाद से यह योजना परवान नहीं चढ़ सकी।

स्टेडियम में इस कार्यक्रम के दौरान कमलनाथ के स्वागत-सम्मान के बाद मशहूर कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों की हिंसा की ओर स्पष्ट इशारा किया था और कमलनाथ को आमंत्रित करने के लिए आयोजकों पर तीखे शब्दों में मंच से नाराजगी जताई थी।

विवाद के बाद भाजपा के स्थानीय नेताओं ने घोषणा की थी कि अगर गांधी की अगुवाई वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इस स्टेडियम में कदम रखा, तो भाजपा कार्यकर्ता काले झंडे दिखाकर उनका विरोध करेंगे।(भाषा)
Edited By : Chetan Gour
ये भी पढ़ें
समलैंगिक विवाह मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से मांगा जवाब