Weather Updates: मानसून (Monsoon) विदा की वेला में जमकर बरस रहा है। वापसी से पहले दक्षिण पश्चिम मानसून (southwest monsoon) पहाड़ से लेकर मैदान तक आफत बरसा रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उत्तरप्रदेश, हिमाचल और उत्तराखंड सहित अनेक राज्यों में भारी वर्षा की चेतावनी दी। उत्तरप्रदेश सहित पश्चिमी हिमालयी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन से कई राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 400 से अधिक सड़कों पर यातायात ठहर गया है।
बद्रीनाथ हाईवे भी दिनभर बंद रहा और केदारनाथ पैदल मार्ग दूसरे दिन भी चालू नहीं हो सका। हिमाचल की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई है और 2 जिलों में अचानक बाढ़ आने का खतरा बढ़ गया है। वहीं मैदानी राज्यों में नदियां उफान पर हैं, सड़कों पर जलभराव हुआ है और जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अभी कम से कम 3 दिन राहत भी नहीं मिलती दिख रही। मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत 18 राज्यों में भारी से लेकर बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है।
राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न हिस्सों में शुक्रवार दोपहर को बारिश हुई। दिल्ली के लिए 'यलो अलर्ट' जारी किया गया है। मौसम विभाग की नवीनतम सूचना में कहा गया है कि आगामी घंटों में दिल्ली के अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं।
राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में गुरुवार देर रात बारिश हुई जिससे कई इलाके जलमग्न हो गए और यातायात बाधित हो गया। मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4 डिग्री कम है।
मौसम विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार सुबह 8.30 बजे तक के पिछले 24 घंटों में सफदरजंग मौसम केंद्र ने 29.6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की जबकि रिज स्टेशन ने 69.4 मिमी, दिल्ली विश्वविद्यालय ने 56.5 मिमी, लोधी रोड ने 28.2 मिमी, आया नगर ने 19.5 मिमी और पालम ने 18 मिमी बारिश दर्ज की।
जलभराव के कारण यातायात में व्यवधान के बारे में लोगों को सूचित करते हुए पुलिस ने फोटो और वीडियो पोस्ट किए तथा लोगों को प्रभावित क्षेत्रों से बचने एवं वैकल्पिक मार्ग अपनाने की सलाह दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार दिल्ली में दिन में आमतौर पर बादल छाए रहेंगे तथा हल्की से मध्यम बारिश होगी। अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किए जाने की संभावना है।
यूपी के 11 जिलों में बाढ़ जैसे हालात : उत्तरप्रदेश के 11 जिलों के 36 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। सरयू फिर से उफान पर है। उत्तरप्रदेश में मानसून अपनी पूरी ताकत के साथ सक्रिय है। भारी बारिश से अवध के कुछ जिलों के साथ प्रदेश के 11 जिलों में बाढ़ का कहर है। बारिश और आकाशीय बिजली से प्रदेश में कई लोगों की मौतें हुई हैं। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए अलर्ट जारी किया है।
7 लोगों की गई जान : प्रदेश में भारी बारिश से पिछले 24 घंटे में 7 और लोगों की जान चली गई। इनमें एक की मौत आकाशीय बिजली और 6 की मौत अतिवृष्टि की वजह से हुई। कन्नौज, श्रावस्ती, मथुरा, इटावा, बुलंदशहर, अमरोहा और गाजियाबाद में बारिश का कहर टूटा।
श्रावस्ती में 2 और अन्य सभी जिलों में 1-1 व्यक्ति की मौत हुई है। इस अवधि में सबसे ज्यादा वर्षा अमरोहा, बदायूं, बिजनौर, बहराइच में हुई जबकि सबसे कम वर्षा वाले जिले बलिया, महाराजगंज, देवरिया, बांदा, झांसी, अयोध्या, फतेहपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, गाजीपुर, अमेठी, कुशीनगर, चंदौली, महोबा, सोनभद्र, रायबरेली, सुल्तानपुर, प्रयागराज आदि रहे। भदोही, चित्रकूट, कौशांबी, मऊ और मिर्जापुर सूखे रहे।
उत्तराखंड में बारिश से 2 लोगों की मौत, 1 व्यक्ति लापता : देहरादून से मिले समाचारों के अनुसार उत्तराखंड के अधिकांश क्षेत्रों में शुक्रवार को भारी बारिश के कारण 2 अलग-अलग घटनाओं में 2 महिलाओं की मौत हो गई और 1 अन्य व्यक्ति नदी के तेज बहाव में लापता हो गया।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार कुमाऊं क्षेत्र में उधमसिंह नगर जिले के कई इलाकों में दोपहर बाद हुई तेज बारिश के कारण जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई और करीब 250 लोगों को उनके मकानों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाना पड़ा।
बारिश को लेकर मौसम विभाग द्वारा जारी 'रेड अलर्ट' के मद्देनजर राज्यभर में शुक्रवार को स्कूल बंद रखे गए। भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए चंपावत जिले में शनिवार को भी स्कूलों को बंद रखे जाने के आदेश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य परिचालन केंद्र पहुंचकर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही बारिश की जानकारी ली तथा अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए।
चंपावत जिले के लोहाघाट क्षेत्र में 2 अलग-अलग घटनाओं में 2 महिलाओं की मौत हो गई और 3 अन्य लोग घायल हो गए। चंपावत के जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने बताया कि लोहा घाट के ढोरजा गांव में भारी बारिश के कारण एक गोशाला के ऊपर मलबा गिरने से उसमें काम कर रही 1 महिला दब गई। महिला की पहचान 58 वर्षीय माधवी देवी के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि दूसरी घटना लोहा घाट के मटियानी गांव में हुई, जहां एक मकान के भूस्खलन की चपेट में आने से महिला की मौत हो गई जबकि 3 अन्य लोग घायल हो गए। मृतक महिला की पहचान 60 वर्षीय शांति देवी के रूप में हुई है। जिलाधिकारी ने बताया कि घटना में 2 बच्चों और 1 बुजुर्ग को बचा लिया गया, वहीं उधमसिंह नगर जिले के सितारगंज क्षेत्र में कोंधा अशरफ गांव में अपने खेत में चारा काट रहा 38 वर्षीय गुरनाम सिंह पास की कैलाश नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से पानी के तेज बहाव में बहकर लापता हो गया।
परिचालन केंद्र के अनुसार उधमसिंह नगर जिले की खटीमा तहसील के खेतलसंडाखाम गांव में अतिवृष्टि के कारण जलभराव की स्थिति पैदा हो गई जिसके बाद 34 परिवारों के 180 व्यक्तियों को गांव में ही राजकीय प्राथमिक विद्यालय में ले जाया गया, वहीं नानकमत्ता क्षेत्र के विचुआ और टुकडी गांवों में भी बारिश का पानी घरों में घुस गया और सुरक्षा के दृष्टि से 14 परिवारों के 70 व्यक्तियों को राजकीय प्राथमिक विद्यालय विचुआ ले जाया गया। प्रभावित लोगों के भोजन और ठहरने की व्यवस्था की जा रही है।
कुमाऊं क्षेत्र में पिछले 2 दिनों में काफी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने बताया कि पिछले 24 घंटों में कुमांउ क्षेत्र में 150 मिलीमीटर (मिमी) वर्षा रिकॉर्ड की गई। गढ़वाल और कुंमाउं दोनों क्षेत्रों की उंचाई वाली पहाड़ियों पर हिमपात होने की भी सूचना है। देहरादून में भी पिछले 2 दिनों से रुक-रुक कर लगातार बारिश जारी है।
हिमाचल प्रदेश में बारिश का दौर जारी, 31 सड़कें बंद : शिमला से मिले समाचारों के अनुसार हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में जारी बारिश के कारण कुल 31 सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गई हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मौसम विभाग ने शिमला और सिरमौर जिलों के कुछ हिस्सों में शनिवार तक मध्यम बाढ़ के खतरे की चेतावनी जारी की है।
राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश जारी रही और गुरुवार शाम से गुलेर में सबसे अधिक 64.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि पालमपुर में 46.4 मिमी, धर्मशाला में 43 मिमी, कल्पा में 30 मिमी, सलापर में 27.1 मिमी, सोलन में 26.2 मिमी, शिमला में 26 मिमी, चौपल में 21.4 मिमी, सांगला में 20.8 मिमी, जुब्बड़हट्टी में 20.5 मिमी, नैना देवी में 18.4 मिमी और धौलाकुआं में 13.5 मिमी बारिश दर्ज की गई।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार कांगड़ा में अधिकतम 10 सड़कें, मंडी में 7, सिरमौर जिले में 5, शिमला में 4, कुल्लू में 3 तथा किन्नौर और बिलासपुर जिलों में 1-1 सड़क बंद है। एसईओसी ने बताया कि राज्य में बारिश से बिजली और जलापूर्ति भी प्रभावित हुई है।
हिमाचल प्रदेश में 27 जून को मानसून के आगमन के बाद से अब तक सामान्य से 20 प्रतिशत कम बारिश हुई है। राज्य में 682.4 मिमी औसत के मुकाबले 545.2 मिमी वर्षा हुई है। अधिकारियों के अनुसार मानसून ऋतु में 27 जून से गुरुवार (12 सितंबर) तक बारिश से जुड़ीं घटनाओं में 165 लोगों की मौत हुई है जबकि 30 लोग अब भी लापता हैं। उन्होंने बताया कि राज्य को 1,323 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार मध्य उत्तरप्रदेश पर बना डिप्रेशन अब उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ गया है और 13 सितंबर को भारतीय समयानुसार सुबह 5.30 बजे यह उत्तर-पश्चिम उत्तरप्रदेश और आसपास के इलाकों में 28.2 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 79.3 डिग्री पूर्वी देशांतर पर था। यह उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ना जारी रखेगा।
दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश पर चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव में दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश और आसपास के इलाकों में निम्न दबाव का क्षेत्र बना है। अगले 48 घंटों के दौरान इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने और तटीय पश्चिम बंगाल और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर इसके एक डिप्रेशन में तब्दील होने की संभावना है।
औसत समुद्र तल पर मानसून की द्रोणिका अब अमृतसर, अंबाला, सरसावा, उत्तर-पश्चिम उत्तरप्रदेश पर दबाव के केंद्र, वाराणसी, पटना, मंडला, दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश पर निम्न दबाव वाले क्षेत्र के केंद्र से होकर गुजर रही है। दक्षिण गुजरात से कर्नाटक तट तक अपतटीय गर्त बना हुआ है। सौराष्ट्र और आसपास के क्षेत्रों पर चक्रवाती परिसंचरण अब समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर कच्छ में स्थित है।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान पश्चिमी उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश हुई। हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ 1 या 2 बार भारी बारिश हुई। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा के कुछ हिस्सों, राजस्थान, मध्यप्रदेश, पूर्वी उत्तरप्रदेश, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हुई। उत्तर-पश्चिमी राजस्थान, सौराष्ट्र और कच्छ, विदर्भ, तेलंगाना, तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप और सिक्किम में हल्की बारिश हुई।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज शनिवार, 14 सितंबर को उत्तर-पश्चिमी उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश संभव है। मिजोरम, त्रिपुरा, गंगीय पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 1 या 2 स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी बारिश हो सकती है।
उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, पूर्वी राजस्थान, विदर्भ, कोंकण और गोवा तथा तटीय कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। हरियाणा, पूर्वी गुजरात, तेलंगाना, तटीय आंध्रप्रदेश, केरल, लक्षद्वीप, सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और उत्तर पूर्व भारत में हल्की बारिश संभव है।(Photo courtesy: IMD)
Edited by: Ravindra Gupta