बढ़ते तापमान से कश्मीर परेशान, गुलमर्ग में स्कीइंग बंद, ट्यूलिप के फूलों पर भी जल्द मुरझाने का खतरा
जम्मू। बढ़ते तापमान से कश्मीर को मुक्ति नहीं मिल पा रही है। सामान्य से 8 से 12 डिग्री अधिक तापमान होने का नतीजा यह है कि गुलमर्ग में अब स्कीइंग प्रतिबंधित कर दी गई है क्योंकि स्कींइग वाले स्थानों पर बर्फ तेजी से पिघलने लगी है। गर्मी के कारण कश्मीर से पर्यटक दूरी भी बनाने लगे हैं। जबकि इसने ट्यूलिप के फूलों पर जल्द मुरझाने का खतरा भी पैदा कर दिया है।
टूरिज्म विभाग के अस्सिटेंट डायरेक्टर जाविदुल रहमान ने बकायदा निर्देश जारी कर गुलमर्ग के अफरावत पहाड़ियों की ढलानों पर स्कीइंग को रोकने के निर्देश दिए हैं। उनका मानना था कि तापमान में होने वाली वृद्धि बर्फ को तेजी से पिघला रही है जो स्कीइंग करने वालों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। अभी तक गुलमर्ग में मई के प्रथम सप्ताह तक इन ढलानों पर स्कीइंग होती थी क्योंकि तापमान स्कीइंग प्रेमियों का साथ देता था।
पर इस बार लगता है सूर्य देवता पर्यटकों का भी साथ नहीं दे रहे हैं जो ठंडक पाने की चाहत में कश्मीर आ तो रहे हैं पर गर्मी से बेहाल हो रहे हैं। उनकी परेशानी का कारण तापमान है जो कश्मीर में विभिन्न जगहों पर सामान्य से 8 से 12 डिग्री अधिक है।
जम्मू में 70 सालों के बाद मार्च का अधिकतम तापमान का रिकार्ड टूट चुका है। यह 38 डिग्री को पार कर चुका है।
यह भी सच है कि गर्मी के कारण कश्मीर से लुप्त होते पर्यटक इस बार ट्यूलिप गार्डन पर भी संकट पैदा कर रहे हैं। गर्मी का असर ट्यूलिप के फूलों पर भी दिखाई देने लगा है।
अधिकारी मानते हैं कि ट्यूलिप के फूल इतनी गर्मी को सहन नहीं कर पाएंगें और अगर तापमान में कोई कमी जल्द ही नजर नहीं आई तो फूल मुरझा जाने पर ट्यूलिप गार्डन को बंद कर देना पड़ सकता है।
प्रसिद्ध पर्यटनस्थल गुलमर्ग, पहलगाम की ही बात करें तो यहां मैदानों व पहाड़ों पर पड़ी बर्फ अब तेजी से पिघलती नजर आ रही है। इसे देख मौसम विशेषज्ञों ने भी चिंता जाहिर की है। जहां इस मौसम में यहां सामान्य तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक रहता था, अब तेज धूप परेशान कर रही है। पहलगाम और काजीगुंड ने मार्च में अधिकतम तापमान का कई सालों का रिकार्ड तोड़ दिया।
श्रीनगर शहर की बात करें तो यहां भी अब गर्मी अपना प्रभाव दिखा रही है। यहां तापमान सामान्य से 15 डिग्री अधिक यानी 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा चुका है। यानी काजीगुंड के बाद श्रीनगर दूसरे स्थान पर गर्म शहर रहा। घाटी के दूसरे शहरों की बात करें तो वहां भी स्थिति ऐसी ही है।
कश्मीर घाटी में इसी तरह अचानक से तापमान में हुई वृद्धि ने पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों की चिंताएं भी बढ़ा दी हैं। उनका कहना है कि यदि इस समय तापमान में चार गुना वृद्धि हो गई है तो आने वाले दिनों में गर्मी तेज होगी और इसका सीधा प्रभाव पर्यटन पर होगा। तेज धूप की वजह से गुलमर्ग, पहलगाम आदि पर्यटन स्थलों पर बड़ी बर्फ अब तेजी से पिघलना शुरू हो गई है।