बेंगलुरु। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गुरुवार को कहा कि उसने चंद्रयान-2 मिशन के शुरुआती आंकड़े आम लोगों के लिए जारी किए हैं।
चंद्रयान-2 आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 22 जुलाई, 2019 को रवाना किया गया था।
इसरो ने बताया कि दो सितंबर, 2019 को चांद की कक्षा में स्थापित किया गया कृत्रिम उपग्रह चांद से जुड़े सवालों के रहस्यों से पर्दा हटाने के लिए काम कर रहा है और इसरो का कहना है कि मिशन से जुड़ी अन्य सभी चीजें अच्छी स्थिति में हैं।
इसरो ने आगे बताया कि सभी उपयोगकर्ताओं के लिए आंकड़े जारी किए जा रहे हैं। चंद्रयान-2 मिशन चांद की सतह पर उतरने का भारत का पहला प्रयास था।
First set of #Chandrayaan2 payload's data are publicly released for wider science use.
— ISRO (@isro) December 24, 2020
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इसरो जल्द ही ऑर्बिटर में मौजूद इमेजिंग इंफ्रा-रेड स्पेक्ट्रोमीटर से मिला डाटा भी जारी करेगा। इसमें चंद्रमा के खनिजों का अध्ययन पानी की खोज की दृष्टि से किया गया है।