नई दिल्ली। लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन के बीच हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। इस बीच भारतीय सेना ने चीनी के गोलीबारी के आरोपों को नकारते हुए कहा कि चीन की तरफ से गोलीबारी हुई। भारतीय सेना ने संयम बरता और गोलीबारी नहीं की। भारत-चीन LAC विवाद से जुड़ी हर जानकारी...
12:08PM, 8th Sep
Ladakh के बाद Lipulekh में भी चीनी साजिश, Missiles तैनात
11:58AM, 8th Sep
-सेना ने कहा कि सेना LAC पर शांति की पक्षधर है। हमने ना तो सीमा पार की और ना ही हमारी तरह से कोई गोलीबारी नहीं हुई। भारत कभी भी युद्ध नहीं चाहता।
-सेना ने अपने बयान में कहा- 'चीन अपने बयानों से अपने देश और पूरी दुनिया को गुमराह कर रहा है।
In the instant case on 07 September, it was China's PLA troops who were attempting to close-in with one of our forward positions along the LAC & when dissuaded by own troops, PLA troops fired a few rounds in the air in an attempt to intimidate own troops: Indian Army https://t.co/OtW4YgPKwJ
— ANI (@ANI) September 8, 2020
11:57AM, 8th Sep
-चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने चीनी सेना के एक प्रवक्ता के हवाले से लिखा है कि हालात को स्थिर करने के लिए चीनी सैनिकों को मजबूर होकर जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।
11:56AM, 8th Sep
-उल्लेखनीय है कि चीन ने दावा किया था कि 7 सितंबर सोमवार को एलएसी पर तैनात भारतीय सैनिकों ने एक बार फिर गैर-कानूनी तरीके से वास्तविक सीमा रेखा को पार किया और चीनी सीमा पर तैनात सैनिकों पर गोलीबारी की।
-चीनी सेना के प्रवक्ता सीनियर कर्नल जांग शियूली ने एक बयान जारी कर कहा कि भारतीय सैनिकों ने भारत-चीन सीमा के पश्चिमी हिस्से में एलएसी को पार किया और पंन्गोंग त्सो लेक के दक्षिणी किनारे के नज़दीक शेनपाओ पहाड़ के इलाके में घुस गए।
-बयान के अनुसार भारतीय सेना के इस क़दम ने दोनों पक्षों के बीच जो सहमति बनी थी, ये उसका गंभीर उल्लंघन है, और इसने इलाक़े में तनाव बढ़ा दिया है।
-गौरतलब है कि LAC के पास दोनों देशों के सैनिकों के बीच लंबे समय से तनाव बरकरार है। दोनों देशों के सैनिकों के बीच बीते 5 जून को गलवान घाटी में बड़ी हिंसक झड़प हुई थी। इसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे। चीन को भी भारी नुकसान हुआ था।