मजाक बनकर रह गई प्रक्रिया, वक्फ बोर्ड संसदीय समिति से बाहर निकले विपक्षी सांसद, 1 घंटे बाद वापस लौटे
First Meeting Of Joint Parliamentary Committee On Waqf : वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विचार कर रही संसद की संयुक्त समिति में शामिल विपक्षी सदस्य बुधवार को समिति की बैठक से यह आरोप लगाते हुए बाहर निकल गए कि इसकी प्रक्रिया मजाक बनकर रह गई है। हालांकि, वे इसका संकेत मिलने पर एक घंटे बाद बैठक में वापस लौट आए कि समिति अध्यक्ष जगदम्बिका पाल कार्यकाल विस्तार की मांग करेंगे।
सूत्रों ने बताया कि इस समिति का कार्यकाल बजट सत्र के पहले सप्ताह तक बढ़ाया जा सकता है और इस बारे में अंतिम निर्णय लोकसभा को लेना है। लोकसभा ने पहले समिति को गत सोमवार से शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह के आखिरी दिन अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा था।
इससे पहले, कांग्रेस के गौरव गोगोई, द्रमुक के ए. राजा, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी ने समिति के अध्यक्ष जगदम्बिका पाल के आचरण का विरोध किया और आरोप लगाया कि वह उचित प्रक्रिया पूरी किए बिना 29 नवंबर की समयसीमा तक इसकी कार्यवाही पूरी करने के इच्छुक हैं।
गोगोई ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संकेत दिया था कि समिति का कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि कोई बड़ा मंत्री पाल को निर्देशित कर रहा है। तृणमूल सांसद बनर्जी ने कहा, यह एक मजाक है।
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सांसद वी विजयसाई रेड्डी ने कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करने वाले सभी दल समिति का कार्यकाल विस्तार चाहते थे, लेकिन पाल ने अपना काम पूरा करने का आह्वान किया, ताकि रिपोर्ट 29 नवंबर को लोकसभा में पेश की जा सके। इनपुट भाषा