मोदी के खौफ में इमरान : जम्मू कश्मीर पर भारत के अपने नीतिगत निर्णय के बाद पाकिस्तान के हुक्मरानों पर पीएम मोदी का खौफ नजर आ रहा है। बात चाहे पीएम इमरान खान की हो या राष्ट्रपति आरिफ अल्वी की या इमरान के बिगड़ैल मंत्रियों की, सभी की जुबान पर बार-बार सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम आ रहा है। कश्मीर ऑवर के दौरान दिए अपने भड़काऊ भाषण में खुद इमरान खान ने एक तरह से मान ही लिया कि उन्हें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खौफ है। इमरान ने कहा कि उन्होंने विश्व के सभी नेताओं से चाहे वो अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप हो या फ्रांस के राष्ट्रपति या संयुक्त राष्ट्र संघ हो सभी को बता दिया है कि अगर आज अंतरराष्ट्रीय समुदाय नरेंद्र मोदी की फासीवाद सरकार के खिलाफ नहीं खड़ा होता है तो पूरी दुनिया पर इसका असर दिखेगा।
इसके साथ ही इमरान खान ने आरएसएस और भाजपा की तुलना हिटलर की नाजी पार्टी से करते हुए कहा कि आरएसएस की विचारधारा में मुसलमानों के प्रति नफरत भरी है। इसलिए आज कश्मीर में मुसलमानों पर जुल्म हो रहे हैं। इमरान खान ने कश्मीर मुद्दे पर अपनी इंटरनेशनल बेइज्जती को बचाने के लिए पूरे मामले को धार्मिक रंग देते हुए कहा कि अगर हमारे कश्मीरी मुसलमान न होते तो पूरी दुनिया में आवाज उठती और पूरी दुनिया उनके साथ खड़ी होती।
POK के हाथ से जाने का डर : इमरान खान पर नरेंद्र मोदी का खौफ इतना चढ़ गया है कि अब इमरान खान को पीओके भी अपने हाथ से जाता हुआ दिखाई दे रहा है। शुक्रवार को इमरान ने एक बार फिर कश्मीर का रोना रोते हुए कहा कि कश्मीर की आजादी तक वह हर फोरम पर अपनी जंग लड़ेंगे। इस दौरान एक बार फिर गीदड़भभकी देते हुए कहा कि अगर नरेंद्र मोदी सरकार ने पीओके में कोई कार्रवाई की तो ईंट का जवाब पत्थर से देंगे। इस दौरान इमरान ने भारत के साथ दुनिया के अन्य देशों को परमाणु युद्ध की धमकी देते हुए कहा कि दोनों मुल्क जिनके पास परमाणु हथियार हैं अगर वह लड़ते हैं तो इससे केवल दोनों देशों के नुकसान होने के साथ पूरी दुनिया को इसका खामियाजा भुगतना पडेगा।
पाकिस्तान और उसके नेताओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर चल रहे खौफ को लेकर रक्षा विशेषज्ञ आदित्य विक्रम पेठिया कहते हैं कि अब पाकिस्तान पूरी तरह बेनकाब और बेइज्जत हो चुका है। इमरान खान जब अपने लोगों को और वहां के हालात को कंट्रोल में नहीं रख पा रहे हैं तो वे लोगों को भारत के प्रधानमंत्री मोदी का खौफ दिखाकर अपनी सत्ता बचाए रखना चाहते हैं। वे कहते हैं कि पाकिस्तान जितना कश्मीर मामले को उछालेगा और युद्ध की धमकी देगा उतना ही धारदार कुल्हाड़ी पर अपना पैर मारेगा।