Donald Trump will impose heavy tariffs in 24 hours on India: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नहीं मान रहे हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मित्रता की दुहाई देने वाले ट्रंप अब कह रहे हैं कि रूस से तेल खरीदने के कारण वह अगले 24 घंटों में भारत पर अमेरिकी शुल्क में 'भारी वृद्धि' करेंगे। उल्लेखनीय है कि अमेरिका भारत पर पहले ही 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा कर चुका है। इस बीच, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर चुटकी ली है।
दरअसल, ट्रंप ने मंगलवार को कहा है कि रूस से तेल खरीदने के कारण वह अगले 24 घंटों में भारत पर अमेरिकी शुल्क में 'भारी वृद्धि' करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत एक अच्छा व्यापारिक साझेदार नहीं रहा है। वे हमारे साथ बहुत व्यापार करते हैं, लेकिन हम उनके साथ व्यापार नहीं करते हैं।
भारत सबसे ज्यादा शुल्क लगाने वाला देश : ट्रंप ने 'सीएनबीसी स्क्वॉक बॉक्स' को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि भारत के बारे में लोग जो कहना पसंद नहीं करते, वह यह है कि वह सबसे ज्यादा शुल्क लगाने वाला देश है। उसका शुल्क किसी भी देश से ज्यादा है। हम भारत के साथ बहुत कम व्यापार करते हैं क्योंकि उसके शुल्क बहुत ज्यादा हैं।
उन्होंने कहा कि भारत एक अच्छा व्यापारिक साझेदार नहीं रहा है। वह हमारे साथ काफी व्यापार करता है, लेकिन हम उसके साथ व्यापार नहीं करते। इसलिए हमने 25 प्रतिशत शुल्क पर समझौता किया, लेकिन मुझे लगता है कि मैं अगले 24 घंटों में इसे काफी बढ़ा दूंगा, क्योंकि वे रूस से तेल खरीद रहे हैं। ट्रंप ने पिछले हफ्ते ही भारत से आयातित उत्पादों पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की थी। इसके अलावा उन्होंने रूस से तेल एवं गैस खरीदने की वजह से भारत पर अलग से जुर्माना लगाने की बात भी कही थी।
ट्रंप की बड़ी तकलीफ यह नहीं कि भारत रूस से तेल खरीदता है, बल्कि वह भारत के कृषि क्षेत्र में प्रवेश करना चाहता, जो कि भारत को किसी भी सूरत में मंजूर नहीं है। ट्रंप ने भारत पर भारी मात्रा में रूस से तेल खरीदने और उसे बड़े मुनाफे पर बेचने का आरोप भी लगाया है।
कांग्रेस का कटाक्ष : कांग्रेस ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर शुल्क बढ़ाने की धमकी दिए जाने को लेकर मंगलवार को सरकार पर कटाक्ष किया और प्रसिद्ध गायक मुकेश के मशहूर गाने दोस्त दोस्त ना रहा का उल्लेख किया तथा आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की झप्पी कूटनीति (हग्लोमैसी) पूरी तरह विफल हो चुकी है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्रंप की धमकी पर विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया को कमजोर' बताते हुए कहा कि इस मुद्दे पर खुद प्रधानमंत्री मोदी को स्पष्ट रूप से बोलना चाहिए।
रमेश ने कहा कि मुझे राज कपूर, वैजयंतीमाला और राजेंद्र कुमार की फिल्म संगम का एक पुराना गाना याद आ गया जिसे मुकेश ने गाया था। वह गाना था- दोस्त दोस्त ना रहा, प्यार प्यार ना रहा, ट्रंप हमें तेरा ऐतबार ना रहा, यह तथाकथित मोदी-ट्रंप दोस्ती का पूरी तरह पतन है। उन्होंने कहा कि सितंबर 2019 में हाउडी मोदी हुआ, फरवरी, 2020 में नमस्ते ट्रंप कार्यक्रमों और अबकी बार ट्रंप सरकार का नारा मोदी ने दिया। फरवरी 2025 में फोटो सेशन भी हुआ। यह दावा किया गया कि मोदी उन शुरुआती नेताओं में थे, जिन्होंने ट्रंप को दोबारा जीत पर बधाई दी।
रमेश का कहना था कि हमारे विदेश मंत्री (एस. जयशंकर) ने शेखी बघारी कि वह व्हाइट हाउस में ट्रंप के उद्घाटन समारोह में पहली पंक्ति में बैठे थे। पूरी विदेश नीति इस व्यक्तिगत मित्रता पर टिकी थी। उन्होंने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कभी टॉप (टमाटर, प्याज, आलू) की महंगाई की बात करते थे, लेकिन अब देश को कैप (चीन, अमेरिका और पाकिस्तान) की राजनीतिक चुनौती झेलनी पड़ रही है। रमेश ने कहा कि हम समझते थे कि भारत को चीन और पाकिस्तान से ही चुनौती है, लेकिन अब अमेरिका से भी रिश्तों में खटास आ गई है। ये हग्लोमेसी की विफलता है। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala