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Last Modified: सोमवार, 17 अक्टूबर 2016 (20:37 IST)

सर्जिकल हमले पर रक्षामंत्री पर्रिकर के बयान से उपजे विवाद...

Defence Minister Manohar Parrikar
नई दिल्ली। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में चल रहे आतंकवादी ठिकानों को तहस-नहस करने के लिए किए गए भारतीय सेना के सर्जिकल हमले पर रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर लगातार बयानबाजी कर रहे हैं और नए विवादों को जन्म दे रहे हैं। इससे रक्षामंत्री के पद की गरिमा तो कम हो ही रही है, साथ ही साथ विपक्ष को भी हमले करने के रास्ते खुलते जा रहे हैं। भारतीय सेना के इस अभियान का किसी भी सूरत में राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए और खुद प्रधानमंत्री मोदी भी अपने मंत्रियों को नसीहतें तक दे चुके हैं कि वे इस बारे में कोई बयानबाजी न करें। 
लगता है कि प्रधानमंत्री की यह नसीहत का रक्षामंत्री पर्रिकर पर कोई असर नहीं हो रहा है। पिछले दिनों मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने सर्जिकल हमले का श्रेय प्रधानमंत्री को दे डाला था, जबकि सोमवार को अहमदाबाद उन्होंने यह कहकर नए विवाद को जन्म दे दिया कि सर्जिकल हमले की प्रेरणा हमें संघ से मिली है। पर्रिकर का यह बयान भारतीय सेना के पराक्रम को कम करने जैसा है, जबकि हकीकत यह है कि सेना के प्रशिक्षित कमांडो ने दुश्मन के घर में घुसकर तबाही मचाते हुए आंतकियों के 7 ठिकानों को जमींदोज कर दिया था।
 
गुजरात के अहमदाबाद में अपनी 'सेना को जानिए' कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने लक्ष्यभेदी हमला (सर्जिकल स्ट्राइक) का श्रेय राष्ट्रीय स्वयं संघ (आरएसएस) की ट्रेनिंग को दिया। रक्षामंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महात्मा गांधी की धरती से आते हैं और मैं गोआ से, इसीलिए शायद यह आरएसएस की बुनियादी शिक्षा से ही मुमकिन हुआ कि सर्जिकल स्ट्राइक की गई। अहमदाबाद में तो कम से कम कोई नहीं पूछेगा कि प्रूफ दे दो। रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि उरी हमले के बाद सोशल मीडिया पर हमारे प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री पर लोगों ने कई सवाल खड़े किए थे। फिर सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगने लगे। उन्होंने कहा कि 'कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें कितने भी सबूत मिले वो मानते नहीं हैं।'
 
पर्रिकर ने बयान को कांग्रेस प्रवक्ता संजय झा ने दुर्भाग्यपूर्ण और खेदजनक बताया है। उन्होंने कहा है कि हम तो (कांग्रेस) हमेशा से ही ये कहते आए हैं कि मोदी सरकार के सबसे अहम निर्णय नागपुर में लिए जाते हैं। रक्षा मंत्री आज सार्वजनिक तौर से बता रहे हैं कि आरएसएस ही भारत की सरकार को चला रहा है, जहां पर मोदी कठपुतली की तरह हैं।
 
गौरतलब है कि 28 सितंबर और 29 सितंबर की दरम्यानी रात को उरी आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने 50 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया था। हालांकि पाकिस्तान सरकार ने कई मौकों पर सर्जिकल स्ट्राइक का खंडन किया है।
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