संकट में जोशीमठ : खतरनाक घरों पर लगे लाल निशान, आज से ढहाए जाएंगे
जोशीमठ। उत्तरखंड के जोशीमठ में केंद्र सरकार की टीम के दौरे के बाद खतरनाक घरों को ढहाने की तैयारी की जा रही है। खतरनाक घरों पर लगाए लाल निशान लगा दिए गए हैं। इन्हें आज से ढहाया जाएगा।
जोशीमठ में जमीन धंसने से 678 घरों में दरारें आई है। राज्य सरकार ने जोशीमठ को 3 जोन में बांटने का फैसला किया है। इनके नाम- डेंजर, बफर और सेफ जोन होंगे। डेंजर जोन वाले मकानों पर लाल निशान लगाए जा रहे हैं। इस जोन में ऐसे घरों को रखा गया है जो ज्यादा जर्जर हैं और रहने लायक नहीं हैं।
सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (CBRI) रुड़की की मॉनिटरिंग में आज से ही घरों को ढहाने की प्रक्रिया शुरू होगी। अब तक 81 परिवारों को सुरक्षित जगह ले जाया गया है।
गुस्से में लोग : सोमवार को जोशीमठ पहुंचे उत्तराखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को आपदा पीड़ितों के गुस्से का सामना करना पड़ा। महेंद्र प्रसाद भट्ट जोशीमठ में प्रभावित इलाकों को निरीक्षण करने पहुंचे थे कि तभी लोगों ने उन्हें घेर लिया और अपना आक्रोश व्यक्त किया। महेंद्र भट्ट लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन अपने आशियाने को उजड़ता देख लोग महेंद्र भट्ट की एक बात भी सुनने को तैयार नहीं थे। आक्रोशित लोगों ने वहीं पर महेंद्र भट्ट के खिलाफ नारेबाजी भी की। हालांकि मौके पर मौजूद बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता किसी तरह महेंद्र भट्ट को भीड़ से दूर लेकर गए।
राहत एवं बचाव कार्यों पर चर्चा : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) के अधिकारियों एवं सदस्यों ने भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री से जोशीमठ भू धसांव से उत्पन्न स्थिति के बाद राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में चर्चा की। सभी ने मुख्यमंत्री को जोशीमठ क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थिति एवं भूधसाव के कारणों की जांच तथा आपदा राहत में केंद्रीय मदद का भरोसा दिया।