राम मंदिर गर्भगृह का निर्माण 1 जून से, जानें क्यों चुना ये दिन?
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 1 जून को भगवान रामलला मंदिर के गर्भगृह का निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री योगी रामलला मंदिर के गर्भगृह की बुनियाद रखेंगे। वैदिक ब्राह्मण सुबह 5 बजे से राम जन्मभूमि परिसर में पूजन शुरू करेंगे, जिसकी तैयारी तेजी के साथ की जा रही है।
खबरों के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला मंदिर के गर्भगृह निर्माण की प्रथम शिला का पूजन करेंगे। मुख्यमंत्री की अगवानी में भगवान रामलला के गर्भगृह का तराशे गए पत्थरों से निर्माण कार्य शुरू होगा। उसके पहले प्रथम पत्थर का पूजन-अर्चन किया जाएगा।
मंदिर निर्माण के लिए प्लिंथ निर्माण कार्य 1 सितंबर तक पूरा होने की संभावना है लेकिन रामलला मंदिर के निर्माण के लिए बनाए जा रहे गर्भगृह स्थल पर लगभग 5 लेयर ग्रेनाइट पत्थर की बिछाई जा चुकी है और यह संभावना है कि 1 जून तक 7 लेयर प्लिंथ की बिछा दी जाएगी।
प्लिंथ बुनियाद से 21 मीटर ऊंची रहेगी इसी पत्थरों के ऊपर रामलला के गर्भगृह का निर्माण शुरू होगा। प्लिंथ कार्य में लगभग 17 हजार पत्थर लगाए जाने हैं जिसमें अब तक 6500 पत्थर लगाए जा चुके हैं। इस चबूतरे का निर्माण अगस्त माह तक होने की संभावना है।
राम जन्मभूमि के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का कहना है कि 1 तारीख को बहुत ही उत्तम मुहूर्त है। 1 जून का दिन जेठ का शुक्ल पक्ष गुरुवार का दिन है और द्वितीय तिथि है। 1 जून सभी विघ्न बाधाओं से दूर है। 1 जून को 11:45 का जो समय है वह अभिजीत नक्षत्र है, उसमें जो भी काम होता है वह शुभ होता है।