स्मार्ट सिटी योजना बनी लूट का जरिया, सरकार पर बरसे प्रमोद तिवारी
Congress MP raised questions on Smart City Mission: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने सदन में केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की स्मार्ट सिटी योजना सिर्फ पैसा लूटने का जरिया बन गई है। काम कुछ भी नहीं हो रहा है। प्रमोद तिवारी राजस्थान से राज्यसभा के लिए चुने गए हैं।
उन्होंने कहा कि देश के 100 शहर स्मार्ट सिटी योजना के में चिह्नित किए गए थे। ऐसे में मंत्री जी, सिर्फ 5 शहरों या टाउन का नाम बता दें, जो इनके अनुसार स्मार्ट सिटी हो चुके हैं। फिर सभी पार्टी के सांसदों की एक कमेटी बना दीजिए, जो वहां जाकर उस शहर को देख सके। उन्होंने कहा कि काम कुछ हुआ ही नहीं है, यह योजना सिर्फ पैसा लूटने का जरिया बन गई है।
क्या है सरकार की स्मार्ट सिटी योजना : वर्ष 2015 में केन्द्र सरकार ने स्मार्ट सिटी मिशन की शुरुआत की थी। इस योजना का उद्देश्य देश के 100 शहरों में बुनियादी ढांचे में सुधार करना और आर्थिक बढ़ावा देना है। स्मार्ट सिटी मिशन शहर क्षेत्रों में सामाजिक, आर्थिक, और पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने में मदद करता है।
इस मिशन के तहत 2016 में 20 शहरों के नामों की घोषणा की गई थी। इनमें अहमदाबाद, भुवनेश्वर, कोयंबटूर, पुणे, जबलपुर, जयपुर, सूरत, गुवाहाटी, चेन्नई, कोच्चि, विशाखापत्तनम, इंदौर, भोपाल, उदयपुर, लुधियाना, काकीनाडा, बेलगाम, सोलापुर और भुवनगिरी हैं। इसके साथ ही एनडीएमसी के अंतर्गत आने वाला क्षेत्र। वर्तमान में यह सूची बढ़कर 110 शहरों तक पहुंच गई है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala