खबरों के अनुसार, विधानसभा की कार्यवाही में निजी हमलों के कारण चंद्रबाबू नायडू सदन से निकलकर बाहर आ गए थे और इसके बाद वे सीधे पार्टी मुख्यालय गए। यहां उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इसी बीच जब उनसे सवाल पूछे गए तो वे अपने आंसू नहीं रोक पाए और फूट-फूट कर खूब रोए।
चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि आज की विधानसभा कार्यवाही में उनके ऊपर निजी हमले हुए। उन्होंने कहा कि वायएसआरसीपी के विधायकों ने उनके परिवार और पत्नी के खिलाफ अपशब्द बोले। उनका चरित्र हनन किया।
उन्होंने कहा, पिछले ढाई साल से मैं अपमान सह रहा हू, लेकिन चुप रहा। आज उन्होंने मेरी पत्नी को भी निशाना बनाया है, मैं हमेशा सम्मान के लिए और सम्मान के साथ रहा, मैं इसे और नहीं सह सकता।
नायडू ने कहा, मैंने अपने पूरे राजनीतिक करियर में ऐसी बयानबाजी का सामना नहीं किया। जीवन में कई उतार-चढ़ाव जरूर आए, लेकिन विपक्ष की ओर से ऐसे बयान किसी भी मर्यादा के विरुद्ध हैं।