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Last Updated : मंगलवार, 10 सितम्बर 2024 (19:25 IST)

Violence in Manipur: केंद्र ने CRPF के 2,000 और जवान मणिपुर भेजे, राज्य के विभिन्न भागों में होगी तैनाती

1 बटालियन में करीब 1,000 जवान होते हैं

Violence in Manipur: केंद्र ने CRPF के 2,000 और जवान मणिपुर भेजे, राज्य के विभिन्न भागों में होगी तैनाती - Centre sends 2,000 more CRPF personnel to Manipur
Violence in Manipur: केंद्र ने जातीय संघर्ष से प्रभावित मणिपुर (Manipur) में सुरक्षा ड्यूटी के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की 2 नई बटालियन की तैनाती का निर्देश दिया है जिनमें करीब 2,000 जवान होंगे। आधिकारिक सूत्रों ने नई दिल्ली में मंगलवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि बटालियन संख्या-58 को वारंगल (तेलंगाना) से जबकि बटालियन संख्या-112 को लातेहार (झारखंड) से भेजा जा रहा है।

 
उन्होंने बताया कि एक बटालियन को मणिपुर के कांगवई (चुराचांदपुर) जबकि दूसरी बटालियन को इंफाल के आसपास तैनात किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि यह कदम जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर के कुछ अन्य हिस्सों में तैनाती के लिए मणिपुर से असम राइफल्स की 2 बटालियन को वापस बुलाए जाने के बाद उठाया गया है।
 
बटालियनों की सभी कंपनियां विभिन्न भागों में तैनात रहेंगी : गृह मंत्रालय ने निर्देश दिया है कि इन 2 नई बटालियनों की सभी कंपनियां (लगभग 6-6) हिंसा प्रभावित राज्य के विभिन्न भागों में तैनात रहेंगी, जहां पिछले साल मई से जातीय संघर्ष जारी है जिसमें 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।

 
एक बटालियन में करीब 1,000 जवान : सीआरपीएफ की 1 बटालियन में करीब 1,000 जवान होते हैं। इस बल के पास मुख्य रूप से 3 तरह की जिम्मेदारियां हैं जिनमें पूर्वोत्तर में उग्रवाद से निपटना, नक्सलरोधी अभियान चलाना और जम्मू-कश्मीर में आतंकवादरोधी अभियान शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि पिछले वर्ष की हिंसा के बाद मणिपुर में पहले से ही बल की 16 बटालियनें तैनात हैं। हिंसा भड़कने से पहले मणिपुर में बल की लगभग 10-11 बटालियन थीं।
 
एक शीर्ष सुरक्षा अधिकारी को बताया कि मणिपुर में सीआरपीएफ की प्रमुख भूमिका होगी। पिछले साल मई में मेइती और कुकी लोगों के बीच हिंसा भड़कने के बाद बल की नई बटालिन राज्य में भेजी गई थीं और अब बल को मजबूत किया जा रहा है ताकि निर्णय लेने की प्रक्रिया बेहतर हो सके।

 
इस बीच सीआरपीएफ और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारियों और कुछ स्वतंत्र तकनीकी विशेषज्ञों की एक संयुक्त टीम इस सप्ताह के अंत में मणिपुर का दौरा करेगी। यह टीम पिछले कुछ दिनों में राज्य के कुछ क्षेत्रों में हमले में इस्तेमाल किए गए ड्रोन और रॉकेट का विश्लेषणात्मक अध्ययन करेगी।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta
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