बृजभूषण शरण सिंह का शायराना अंदाज- जहर पिया जाता है तब जाकर जमाने में जिया जाता है
Brijbhushan Sharan Singh : मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में भाजपा सांसद और पूर्व WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने गोंडा में शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान वे शायराना अंदाज में नजर आए। महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न मामले के बाद यह उनकी पहली रैली है।
बृजभूषण ने शायरी से अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा- कभी यश कभी गम, कभी जहर पिया जाता है तब जाकर जमाने में जिया जाता है। ये मिला मुझको मोहब्बत का सिला, बेवफा कहकर मुझको याद किया जाता है। इसको रुसवाई कहें या शोहरत अपनी, दबे होठों से नाम लिया जाता है।
उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि लोकतंत्र की हत्या तो कांग्रेस ने की है। उन्होंने कहा कि वह 2024 का लोकसभा चुनाव भी कैसरगंज से ही लड़ेंगे।
हालांकि उन्होंने पहलवानों के विरोध-प्रदर्शन पर कुछ नहीं कहा। बृजभूषण के खिलाफ एक नाबालिग समेत सात महिला पहलवानों ने यौन शोषण और दुराचार के आरोप लगाए हैं। दिल्ली पुलिस इस केस की जांच कर रही है। 9 जून को ही जंतर मंतर पर धरने में शामिल एक महिला पहलवान पुलिस की सुरक्षा में आरोपी बृजभूषण सिंह के घर पहुंची थी।
दूसरी तरफ इंटरनेशनल रेफरी जगबीर का एक बयान सामने आया है जिसमें वह बृजभूषण के खिलाफ आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि WFI चीफ और उसके साथियों नशे में बच्चों के साथ गलत व्यवहार किया। हम सब 2013 में थाईलैंड गए हुए थे, तब पहली बार प्रेसीडेंट को इस तरह महिला के पीछे खड़ा हुआ देखा।
प्रदर्शन कर रहे पहलवान अब आर- पार की लड़ाई के मूड में हैं। देश के लिए ओलंपिक पदक जीत चुकीं पहलवान साक्षी मलिक ने कहा है कि हम एशियाई गेम्स में तभी हिस्सा लेंगे जब सभी मुद्दों को सुलक्षा लिया जाएगा।