भाजपा ने बताया, क्या है राजीव गांधी फाउंडेशन का चीन से कनेक्शन?
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने आज सोनिया गांधी के नेतृत्व वाले 2 NGO राजीव गांधी फाउंडेशन (RJF) और राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट (RJCT) का विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) लाइसेंस कानून के उल्लंघन के आरोप में निरस्त कर दिया। भाजपा नेता संबित पात्रा ने दावा किया कि इस संगठन को चीन से फंडिंग मिल रही थी।
संबित पात्रा ने कहा कि आज एक भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है, राजीव गांधी फाउंडेशन और राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट, ये जो दो एनजीओ गांधी परिवार के थे, गृह मंत्रालय ने इन दोनों के ऊपर प्रतिबंध लगाया है।
भाजपा ने दावा किया कि ये जो गांधी परिवार का एनजीओ है, इनकम टैक्स एक्ट और एफसीआरए मुख्यत: मनी लॉन्ड्रिंग केस के विषय में छानबीन कर रहे थे, आज खुलासा हुआ है कि गांधी परिवार के इस एनजीओ का एफसीआरए के अंतर्गत लाइसेंस रद्द किया गया है, भाजपा और देश की जनता इसका स्वागत करती है।
गृह मंत्रालय द्वारा 2020 में गठित एक अंतर-मंत्रालयी समिति की जांच के बाद यह कार्रवाई की गई। मंत्रालय ने राजीव गांधी फाउंडेशन और राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट के खिलाफ जांच के बाद उनका एफसीआरए लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है।
जांचकर्ताओं ने चीन सहित विदेशों से धन प्राप्त करते समय धनधोशन करने, निधि के दुरुपयोग और आयकर रिटर्न दाखिल करते समय दस्तावेजों के हेरफेर के आरोपों की जांच की।
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी आरजीएफ और आरजीसीटी की अध्यक्ष हैं। आरजीएफ के अन्य न्यासियों में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम, कांग्रेस के नेता एवं सांसद राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, मोंटेक सिंह अहलूवालिया, सुमन दुबे और अशोक गांगुली शामिल हैं। आरजीसीटी के न्यासियों में राहुल गांधी, अशोक गांगुली, बंसी मेहता और दीप जोशी शामिल हैं।
Edited by : Nrapendra Gupta