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Last Modified: सोमवार, 2 सितम्बर 2024 (19:15 IST)

BJP को RSS की जरूरत नहीं, संघ ने नड्‍डा के बयान को बताया पा‍रिवारिक मामला

BJP को RSS की जरूरत नहीं, संघ ने नड्‍डा के बयान को बताया पा‍रिवारिक मामला - BJP does not need RSS, Sangh calls Nadda statement a family matter
JP Nadda comment on RSS: ऐसी अटकलें थीं कि भाजपा को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से बड़ा बताने के मामले में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‍डा को संघ की समन्वय बैठक में नसीहत दी जाएगी, लेकिन संघ ने यह कहकर मामले का पटाक्षेप कर दिया यह परिवार का मामला है। इससे न सिर्फ नड्‍डा बल्कि भाजपा ने भी राहत की सांस ली होगी।
 
दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‍डा ने कहा था कि भाजपा अब बड़ी हो गई है, उसे आरएसएस की जरूरत नहीं है। केरल में संघ की तीन दिवसीय बैठक के बाद आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि यह पारिवारिक मामला है, इसे हल कर लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि उस समय नड्‍डा के बयान पर काफी हंगामा मचा था। ALSO READ: Caste Census पर RSS के बयान पर कांग्रेस का रिएक्शन, बताया BJP और संघ क्यों कर रहे हैं विरोध
 
तमिलनाडु में धर्मांतरण : आरएसएस के राष्ट्रीय समन्वय सम्मेलन में तमिलनाडु में मिशनरियों द्वारा धर्मांतरण गतिविधियां चलाने का आरोप लगाया गया है तथा कहा गया है कि इन्हें गंभीरता से लिया जाएगा। इन गतिविधियों को ‘बहुत चिंताजनक’ करार देते हुए आंबेकर ने कहा कि सोमवार को समाप्त हुई तीन दिवसीय समन्वय बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर और जानकारियां जुटायी जाएंगी। ALSO READ: क्या है ASL सिक्योरिटी, जो RSS चीफ मोहन भागवत को मिली?
 
बांग्लादेशी हिन्दुओं की चिंता : सम्मेलन में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेश सरकार के साथ बातचीत करने का आग्रह किया है। आंबेकर ने कहा कि बैठक में बांग्लादेश की स्थिति को ‘बहुत संवेदनशील मुद्दा’ बताया गया। बैठक के दौरान विभिन्न संगठनों ने बांग्लादेश की स्थिति पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।

आंबेकर ने कहा कि बेशक, यह बहुत संवेदनशील मुद्दा है। बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों को लेकर हर कोई चिंतित है। केंद्र सरकार से अनुरोध किया गया है कि वह बांग्लादेश सरकार के साथ मिलकर काम करे, ताकि वहां हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। ALSO READ: क्या मणिपुर जाएंगे मोदी? भागवत की टिप्पणी पर बोले उद्धव ठाकरे
 
32 संगठनों के 300 कार्यकर्ता : समन्वय बैठक के पहले दिन, संघ से प्रेरित इन 32 संगठनों के नेताओं और उनके लगभग 300 कार्यकर्ताओं को वायनाड में हाल ही में हुए भूस्खलन और स्वयंसेवकों द्वारा किए गए राहत और सेवा कार्यों के बारे में जानकारी दी गई। इन कार्यकर्ताओं में महिलाएं भी शामिल हैं। विभिन्न संगठनों के संगठन सचिवों ने अपनी गतिविधियों के बारे में जानकारी और अनुभव साझा किए। इसके अलावा बैठक में राष्ट्रीय हित के विभिन्न मुद्दों के मौजूदा परिदृश्य, हाल की महत्वपूर्ण घटनाओं और सामाजिक परिवर्तन के अन्य आयामों तथा योजनाओं पर चर्चा की गई।
 
आरएसएस ने शुक्रवार को कहा था चूंकि संगठन 2025 में विजयादशमी पर अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश करने जा रहा है, इसलिए वह सामाजिक सुधार और राष्ट्र निर्माण के लिए पांच पहल शुरू करेगा। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala
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