राजस्थान में बिपरजॉय का कहर, सांचौर में बांध टूटा, बड़ी संख्या में लोगों को निकाला
Biparjoy wreaks havoc in Rajasthan: गुजरात के बाद चक्रवाती तूफान अब राजस्थान में कहर ढा रहा है। सांचौर में बांध टूटने से कई इलाके जल मग्न हो गए हैं। बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित इलाकों से निकाला गया है। अभी भी राजस्थान के कई इलाकों में बारिश का दौर जारी है। बांध टूटने से सांचौर शहर भी खतरा मंडरा रहा है।
जानकारी के मुताबिक सांचौर जिले के सुरावा बांध के टूटने के बाद आसपास के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। यह बांध सांचौर शहर से मात्र 15 किलोमीटर दूर है। दरअसल, सांचौर के आसपास भारी बारिश के साथ ही गुजरात की तरफ से लगातार पानी आ रहा था, इससे बांध पर दबाव ज्यादा बढ़ गया है और बांध टूट गया। इससे बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं।
चार जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति : बारिश से सबसे अधिक प्रभावित जिले जालौर, सिरोही, बाड़मेर, पाली हैं जहां बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। कुछ निचले इलाकों में पानी घरों में घुस गया। जालौर जिले के भीनमाल कस्बे की बाढ़ प्रभावित ओड बस्ती में फंसे 39 नागरिकों को रविवार को राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) की टीम ने वहां से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
बीते कुछ दिनों में राज्य के चार जिलों जालोर, सिरोही, बाड़मेर और पाली में अत्यधिक भारी श्रेणी की बारिश दर्ज की गई है, जिसके कारण कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। पानी के कारण कई गांवों का संपर्क कट गया। यह चक्रवात अब कम दबाव के एक क्षेत्र के रूप में पूर्वी राजस्थान की ओर बढ़ गया है।
इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी : मौसम विभाग ने सोमवार को टोंक, बूंदी, सवाई माधोपुर जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा की तथा जयपुर, पाली, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव पीसी किशन ने बताया कि रविवार रात पाली और जालौर के अलग-अलग स्थानों से करीब 30 लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
अजमेर में अस्पताल में घुसा पानी : अजमेर के जेएलएन अस्पताल में रविवार दोपहर बारिश का पानी घुस गया, जिससे अस्पताल के कर्मचारियों को काम करने में परेशानी हुई। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. नीरज ने बताया आर्थोपेडिक वार्ड में पानी घुस गया, जहां 18 मरीज भर्ती थे। इन मरीजों को दूसरे वार्ड में स्थानांतरित किया गया। बारिश का पानी गलियारों और वार्ड में घुस गया। भारी बारिश में ही ऐसा होता है। वार्ड से पानी तो निकाल दिया गया है, लेकिन इसके मरीजों का अभी दूसरे वार्डों में इलाज चल रहा है।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवात राजस्थान में 'दबाव' के रूप में था और यह कमजोर होकर 'निम्न दबाव' के क्षेत्र में तब्दील हो रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बुधवार तक इस प्रणाली का असर खत्म हो जाएगा। (वेबदुनिया/एजेंसी)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala