अयोध्या में रामलला के गर्भगृह और राम जन्मभूमि परिसर में दीपोत्सव मनाने पर अड़ी विहिप
अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट में अंतिम दौर की सुनवाई जारी है। सुप्रीम कोर्ट 17 अक्टूबर तक पूरे मामले की सुनवाई करेगी। एक ओर सुप्रीम कोर्ट में आखिरी दौर की सुनवाई हो रही है तो दूसरी ओर विश्व हिंदू परिषद अयोध्या में रामलला के गर्भगृह में दीपक जलाने की मांग पर अड़ती हुई दिखाई दे रही है। विहिप ने दीपावली पर गर्भगृह में विराजमान रामलला के साथ दीपावली मनाने का निर्णय लिया है।
विहिप ने विवादित रामलला की जन्मभूमि परिसर में धूमधाम से दीपावाली के दिन दीपक जलाने की मांग को लेकर परिसर के रिसीवर औ मण्डलायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा है। वेबदुनिया से बातचीत में विहिप के प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा कि जब दीपावली का महोत्सव अयोध्या सहित पूरे विश्व में मनाया जाता है तब रामलला की जन्मभूमि परिसर में ही दीपक प्रज्ज्वलित न हो पाना हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं पर चोट पहुंचाने वाला और दुखी करने वाला है।
उन्होंने कहा कि अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि है तो उनकी जन्मभूमि पर भी दीपोत्सव का कार्यक्रम होना चाहिए, इसके लिए उन्होंने रामजन्मभूमि के रिसीवर से मांग की है कि उनको दीपावली के दिन यानि 27 अक्टूबर को रामजन्मभूमि परिसर में दीपकों को जलाने की अनुमति दी जाए।