बैठक के बाद धार्मिक नेताओं ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि बातचीत ने सभी समुदायों के बीच भाईचारे की भावना को बनाए रखने के लिए शीर्ष धार्मिक नेताओं के बीच संचार को मजबूत करने में मदद की।
डोभाल ने कहा कि बैठक में शामिल लोग इस तथ्य से वाकिफ थे कि देश के भीतर और बाहर, दोनों जगह कुछ विरोधी तत्व हमारे राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए स्थिति का फायदा उठाने का प्रयास कर सकते हैं।
योगगुरु रामदेव ने कहा कि कुछ मुस्लिम भाइयों ने फैसले को लेकर अपनी आपत्तियां बताई हैं, लेकिन सभी सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को मानने के लिए तैयार हैं। आज की बैठक बहुत सकारात्मक माहौल में हुई।
अवधेशानंदगिरिजी ने कहा कि उन्होंने अयोध्या फैसले के बाद स्थिति पर चर्चा की है। परमात्मानंद ने कहा कि हम देश में शांति बनाए रखने की आवश्यकता पर चर्चा करने के लिए डोभाल से मिले। हम इसके लिए काम जारी रखेंगे।