मोहाली और पानीपत में शहीदों को अंतिम विदाई देने उमड़ी भीड़, अनंतनाग में तीसरे दिन भी मुठभेड़
Anantnag Encounter : जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए मेजर आशीष धौंचक का पार्थिव शरीर हरियाणा के पानीपत लाया गया। शहीद मेजर को अंतिम विदाई देने जनसैलाब उमड़ पड़ा। कर्नल मनप्रीत सिंह को भी मोहली में अंतिम विदाई दी जा रही है। अनंतनाग में लगातार तीसरे दिन भी सुरक्षाबलों की आतंकियों से मुठभेड़ जारी है।
मेजर धौंचक अक्टूबर में पानीपत स्थित अपने नए घर में रहने के लिए जाने वाले थे। उनका परिवार किराए के मकान में रह रहा था। मेजर धौंचक के पार्थिव शरीर को सेना के एक वाहन में पानीपत स्थित उनके घर लाया गया।
शहीद जवान धौंचक को अंतिम विदाई देने के लिए उनके आवास पर शुक्रवार को भारी संख्या में लोग एकत्र हुए। शहीद का पार्थिव शरीर पानीपत स्थित उनके घर पहुंचते ही वहां माहौल और गमगीन हो गया।
शहीद मेजर के पार्थिव शरीर को सेना के एक वाहन में श्मशान घाट ले जाया जाएगा, जहां कुछ देर बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं मेजर ढोचक के परिवार में उनकी पत्नी, दो साल की बेटी और तीन बहनें हैं।
मुठभेड़ में शहीद हुए सेना के अन्य अधिकारी कर्नल मनप्रीत सिंह के पार्थिव शरीर को भी यहां लाया गया, जिसे जल्द ही मोहाली जिले के मुल्लांपुर स्थित उनके घर ले जाया जाएगा।
वहीं मुल्लांपुर में शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह के घर पर भी बड़ी संख्या में लोग एकत्र हैं। दुख से बेहाल सिंह की मां अपने घर के दरवाजे पर बैठकर अपने बेटे के पार्थिव शरीर का इंतजार कर रही हैं। सिंह के परिवार में उनकी मां, पत्नी, दो साल की बेटी और छह साल का बेटा है।
घाटी के कोकेरनाग इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में कर्नल सिंह और मेजर धौंचक सहित सेना के तीन जवान एवं जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक उपाधीक्षक शहीद हो गए थे। अनंतनाग में लगातार तीसरे दिन भी सर्च ऑपरेशन चल रहा है। आतंकियों की तलाश में सेना ड्रोन का भसी सहारा के रही है।