गृह मंत्री शाह ने किए ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी’ के दर्शन, रामानुजाचार्य सहस्राब्दी समारोह में लेंगे हिस्सा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को हैदराबाद पहुंचे हैं। वह शहर के बाहरी इलाके में मुचिन्तल में चिन्ना जीयार स्वामी आश्रम में आयोजित होने वाले रामानुजाचार्य सहस्राब्दी समारोह में हिस्सा ले रहे हैं।
उन्होंने आश्रम में स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी का दर्शन किए। इसके अलावा, गृह मंत्री आश्रम में बने 108 दिव्यदेशम (मंदिर) के दर्शन भी किए। अमित शाह यज्ञशाला में आयोजित होने वाले यज्ञों में भी हिस्सा लेने वाले हैं।
अमित शाह ने कहा, रामानुजाचार्य के जीवन को और उनके संदेश को, सब जीव एक समान है, वेदों के मूल वाक्य को उन्होंने समय की गर्त से बाहर निकाल कर अपने कार्यों से किसी के लिए भी कटु बोले बगैर अनेक परंपराओं को तोड़ते हुए समाज के बीच रखा।
उन्होंने कहा कि स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी की प्रतिमा अभी-अभी माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और दंडी स्वामी जी के कर कमलों से उद्घाटन हुआ है। मैं अभी वहां जाकर आया हूं। इस प्रतिमा को देखने से आत्म को एक अद्भुत शांति और प्रसन्नता मिलती है।
क्यों खास है स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी?
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी पंचधातु से बनी है जिसमें सोना, चांदी, तांबा, पीतल और जस्ता शामिल हैं। यह दुनिया में बैठी अवस्था में सबसे ऊंची धातु की प्रतिमाओं में से एक है। यह 54-फुट ऊंचे आधार भवन पर स्थापित है, जिसका नाम भद्र वेदी है।
इस परिसर में वैदिक डिजिटल पुस्तकालय और अनुसंधान केंद्र, प्राचीन भारतीय ग्रंथ, एक थिएटर, एक शैक्षिक दीर्घा हैं, जो संत रामानुजाचार्य के कई कार्यों की याद दिलाते हैं। इस प्रतिमा को 120 किलो सोने से तैयार किया गया है।