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Last Updated : बुधवार, 24 जनवरी 2024 (18:33 IST)

हिंडनबर्ग रिपोर्ट के झटके के एक साल बाद फिर पटरी पर आया अडाणी समूह

हिंडनबर्ग रिपोर्ट के झटके के एक साल बाद फिर पटरी पर आया अडाणी समूह - Adani Group back on track a year after the shock of Hindenburg Report
नई दिल्ली। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट सामने आने के बाद अडाणी समूह में खलबली मच गई थी। हालांकि करीब एक साल बाद काफी हद तक समूह उबरा है। बता दें कि रिपोर्ट में लगाए गए कई आरोपों से अडाणी समूह की कंपनियों के बाजार मूल्यांकन में तगड़ी गिरावट आ गई थी।

क्‍या था मामला : अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग एवं शोध फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी, 2023 को जारी एक रिपोर्ट में अडाणी समूह की कंपनियों पर शेयरों के भाव में हेराफेरी और वित्तीय गड़बड़ियां करने के आरोप लगाए थे। हालांकि, समूह ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया था।

150 अरब डॉलर तक की गिरावट: हिंडनबर्ग की तरफ से लगाए गए आरोपों की वजह से समूह की कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली होने लगी थी। निवेशकों का भरोसा कम होने से समूह के सम्मिलित बाजार मूल्यांकन में एक समय लगभग 150 अरब डॉलर तक की गिरावट आ गई थी।

गिर गया था अडाणी की अमीरी का ग्राफ : बता दें कि इस दौरान अडाणी समूह के मुखिया गौतम अडाणी की दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में स्थान भी काफी गिर गया था। जबकि रिपोर्ट आने से पहले अडाणी दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे। इसके अलावा हिंडनबर्ग रिपोर्ट के आधार पर नियामकीय जांच का दौर भी शुरू हो गया था।

ऐसे प्रतिकूल माहौल में भी अडाणी अपने समूह को पटरी पर लाने में एक हद तक सफल रहे हैं। समूह की 10 सूचीबद्ध कंपनियों में से कुछ अपने घाटे की भरपाई करने में सफल रही हैं।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, अडाणी समूह का इस समय कुल बाजार पूंजीकरण करीब 14.52 लाख करोड़ रुपये है। हालांकि, यह हिंडनबर्ग रिपोर्ट से पहले के 19.23 लाख करोड़ रुपए के पिछले रिकॉर्ड से अब भी करीब 24 प्रतिशत कम है।

अंतिम सत्यनहीं रिपोर्ट: समूह को बाजार में अपना प्रदर्शन सुधारने में कारोबारी रणनीतियों के अलावा उच्चतम न्यायालय की टिप्पणियों से भी मदद मिली है। शीर्ष अदालत ने कहा था कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को ‘भरोसेमंद’ नहीं माना जा सकता है और न ही मीडिया रिपोर्टों को ‘अंतिम सत्य’ माना जाना चाहिए।

हिंडनबर्ग रिसर्च चुनिंदा शेयरों पर दांव लगाने और अपनी शोध रिपोर्ट जारी होने के बाद उसकी कीमत गिरने पर शॉर्ट सेलिंग से लाभ कमाने की की रणनीति अपनाती रही है। अडाणी समूह से पहले वह कई कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट लाने में सफल भी रही थी। हिंडनबर्ग ने ट्विटर के खिलाफ भी रिपोर्ट जारी की थी।

अडाणी ने फिर लगाई छलांग : समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी एक बार फिर अमीरों की सूची में 14वें स्थान पर पहुंच गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक अडाणी की संपत्ति लगभग 91 अरब डॉलर है। 99.3 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी 12वें स्थान पर हैं।
Edited By : Navin Rangiyal
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