शुक्रवार, 14 मार्च 2025
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Written By WD

सदन में घुसपैठियों की बात तो होती है, मगर...

सदन में घुसपैठियों की बात तो होती है, मगर... -
नई दिल्ली। गोरखपुर से भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को सांप्रदायिक हिंसा पर चर्चा के दौरान काफी तीखे तेवर अपनाए। उन्होंने कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों पर कड़ा हमला बोलते हुए कहा कि सांप्रदायिक हिंसा कांग्रेस के कर्मों का फल है।
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उन्होंने कहा कि देश के कई राज्यों में सांप्रदायिक आधार पर एजेंडे लागू किए जाते हैं। पश्चिम बंगाल, दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश आदि का उल्लेख करते हुए योगी ने कहा कि इमामों के लिए तो वेतन की घोषणा की जाती है, लेकिन साधुओं और पुजारियों की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता। उन्होंने सवाल किया कि क्या यही सेक्युलरिज्म है?

आदित्यनाथ ने कहा कि किसी वर्ग विशेष के लिए योजनाएं बनाना कैसी धर्मनिरपेक्षता है? उन्होंने कहा कि कोयंबटूर और बैंगलोर ब्लास्ट के आरोपियों पर नरमी बरती जाती है, दूसरी असम के घुसपैठियों की चर्चा नहीं होती। असम जलता रहा पर सदन में चर्चा नहीं हुई। विपक्ष में बैठे लोग बांग्लादेशियों और घुसपैठियों की वकालत करते हैं।

इससे पहले एनडीए सरकार के सत्ता में आने के बाद हुए दंगों की बात करते हुए कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि कांग्रेस देश को जोड़ने की बात करती है।

हिन्दुओं के बारे में योगी आदित्यनाथ... पढ़ें अगले पेज पर....


विपक्ष पर वर्ग विशेष की बात उठाने के मुद्दे पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा कि हिन्दू राष्ट्रीयता का प्रतीक है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि कश्मीरी पंडितों को कश्मीर से निकाले जाने पर कभी भी कांग्रेस ने चिंता नहीं जताई।

उत्तरप्रदेश के बारे में चर्चा करते हुए योगी ने कहा कि कब्रिस्तान के माध्यम से गांव गांव में विवाद खड़े किए जा रहे हैं। यूपी में कब्रिस्तान की वाउंड्री बनाने के काम धड़ल्ले से चल रहे हैं। यूपी में आतंकियों से मुकदमे वापस लिए गए। वोट बैंक के लिए इस तरह की हरकत की जाती है। सरकार की योजनाओं में मुसलमानों के लिए 20 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था की गई है। सच्चाई कड़वी होती है, मगर ये स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। ये बीमारी इन्होंने ही देश को दी है।

उन्होंने कहा कि मेरठ के एक गांव में तीन मस्जिदें हैं और एक मंदिर है। मस्जिद में लाउड स्पीकर की अनुमति दी जाती है, लेकिन मंदिर में यह अनुमति नहीं दी जाती। क्या यही धर्मनिरपेक्षता है? हम महिला हिंसा की बात करते हैं, मगर मेरठ में एक बालिका का अपहरण कर उसके साथ शर्मनाक हरकत होती।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी के सांप्रदायिक दंगों की जांच एसआईटी से करवाई जानी चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में सर्वाधिक दंगे हुए हैं। इस संबंध में उन्होंने सदन में आंकड़े भी रखे।