शिशु का पेट खराब होने पर
जब कभी पाचन खराब हो, पेट खराब हो तब 2-4 दिन घुटी दे सकते हैं। जब तक शिशु 6-7 माह का न हो जाए तब तक कोई अच्छा ग्राइप वाटर सुबह शाम पिलाना चाहिए। इससे बच्चे के पेट में मरोड़ नहीं उठती और पाचन क्रिया अच्छी रहती है।ऊपर का दूध हमेशा उबाल कर ठंडा करके पिलाना चाहिए और दूध या पानी हमेशा कटोरी-चम्मच से पिलाना चाहिए।दस्त के समय बच्चे को भोजन देना जारी रखें, शिशु हो तो स्तनपान जारी रखें। बच्चे को नीबू का पानी, छाछ, नारियल का पानी, चावल का मांड, लाइट चाय देते रहें। ओआरएस का घोल देते रहें।