कर्नाटक में बजरंग दल पर बैन लगाने की कांग्रेस की घोषणा पर आमने-सामने नरोत्तम मिश्रा और दिग्विजय सिंह
Bajrang Dal Ban:कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Election 2023) में कांग्रेस के अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने की वादे पर मध्यप्रदेश की राजनीति भी गर्मा गई है। बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की कांग्रेस की घोषणा पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) आमने सामने आ गए है।
दिग्विजय सिंह कर्नाटक में कांग्रेस में कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए साल 2000 में सिमी और बजरंग दल दोनों को प्रतिबंधित करने के लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था। लेकिन तत्कालीन केंद्र की भाजपा सरकार ने प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया।
इतना ही नहीं दिग्विजय सिंह ने बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का समर्थन करते हुए सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि आप केवल गूगल पर बलराम सिंह व उसके बजरंग दल के साथ संबंधों को टाइप करिए और आप को बजरंग दल व भाजपा से जुड़े पाकिस्तान की ISI के लिए जासूसी करने वालों की अनेक जानकारी मिल जाएगी।
वहीं मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कर्नाटक में कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के एलान पर जमकर निशाना साधा है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को पत्र लिखकर पूछा है कि हनुमान भक्त होने का दावा करने वाले कमलनाथ प्रदेश की जनता को बताए कि कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी के बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा से सहमत है या नहीं। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस ने कर्नाटक में अपने घोषणा पत्र में बजरंग बली के भक्तों के दल "बजरंग दल" पर प्रतिबंध लगाने की बात कर करोड़ों हिंदुओं और राम भक्तों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि खुद को हनुमान भक्त बताने वाले कमलनाथ को बताना चाहिए कि क्या वह PFI की तुलना बजरंग दल से करने और दिग्विजय सिंह जी के बजरंग दल पर बैन करने वाले ट्विट से सहमत है या नहीं। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कांग्रेस के बजरंग दल पर बैन लगाने के फैसले का कर्नाटक की जनता चुनाव में जवाब देगी।