दिल्ली से तय होगा मध्यप्रदेश राज्यसभा उम्मीदवार का नाम, आज से शुरु हुई नामांकन प्रक्रिया
भोपाल। मध्यप्रदेश में राज्यसभा की रिक्त हुई एक सीट के लिए आज से नामांकन की प्रक्रिया शुरु होगी। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन के मुताबिक आज से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है और नामांकन जमा करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है। उन्होंने बताया कि 22 अगस्त को नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा की जाएगी। नाम निर्देशन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 26 अगस्त है। मतदान 3 सितंबर को सुबह 9 से शाम 4 बजे तक होगा। मतगणना एवं परिणाम की घोषणा भी इसी दिन की जाएगी। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश सहित 9 राज्यों में राज्यसभा की रिक्त हुई 12 सीटों को लेकर चुनाव आयोग ने 7 अगस्त को अधिसूचना जारी की थी।
दिल्ली से तय होगा मध्यप्रदेश का राज्यसभा उम्मीदवार-मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के शिवपुरी-गुना लोकसभा सीट से चुनाव जीतने के बाद रिक्त हुई राज्यसभा की एक सीट पर कौन उम्मीदवार होगा, इस पर सस्पेंस बना हुआ है। भाजपा से जुड़े सूत्र बताते है कि प्रदेश से राज्यसभा में कौन जाएगा यह दिल्ली से तय होगा। दरअसल राज्यसभा की एक सीट को लेकर भाजपा के अंदर कई दावेदार है। इसमें सबसे प्रमुख नाम पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और गुना-शिवपुरी के पूर्व सांसद केपी यादव के साथ पूर्व मंत्री अरविंद भदौरिया और जयभान सिंह पवैया जैसे नाम है।
भाजपा के फायर ब्रांड नेता और प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भाजपा की ओर से राज्यसभा के लिए टिकट के दावेदारों में सबसे आगे माने जा रहे है। विधानसभा चुनाव में दतिया से हार का सामना करने वाले नरोत्तम मिश्रा को पार्टी ने लोकसभा चुनाव के समय न्यू ज्वानिंग टोली का संयोजक बनाया था और नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस के तीन वर्तमान विधायकों के साथ तीन पूर्व सांसदों के साथ जबलपुर महापौर और बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भाजपा में शामिल कराकर बखूबी अपनी भूमिका को अंजाम दिया। ऐसे में अब केंद्रीय नेतृत्व नरोत्तम मिश्रा को राज्यसभा भेज कर उनकी वरिष्ठता का फायदा उच्च सदन और प्रदेश में ले सकता है।
मध्यप्रदेश में राज्यसभा चुनाव के लिए दूसरा दावेदारी में नाम पूर्व सासंद केपी यादव का है। दरअसल लोकसभा चुनाव में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने केपी यादव का टिकट काटकर ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से लड़ाया था। वहीं लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुना आए तो उन्होंने केपी यादव का जिक्र करते हुए कहा कि गुना के लोगों को दो-दो नेता मिलेंगे। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ आपको केपी यादव भी मिलेंगे। केपी यादव ने गुना की जनता की बहुत सेवा की है। उनकी चिंता आप मुझ पर छोड़ देना। आपको कुछ करने की जरूरत नहीं है। ऐसें अब माना जा रहा है कि सिंधिया की खाली कई गई सीट पर बचे दो साल के समय के लिए पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व केपी यादव को राज्यसभा भेज सकता है।
इसके साथ महाराष्ट्र के सह प्रभारी और भाजपा के दिग्गज नेता जयभान सिंह पवैया भी राज्यसभा चुनाव की दौड़ में है। वहीं पूर्व मंत्री अरविंद भदौरिया को भी पार्टी राज्यसभा भेजकर कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है।