MP में सर्वे के नाम पर किसानों के साथ अपराधियों जैसा सलूक, नेता प्रतिपक्ष ने उठाए सवाल
भोपाल । मध्य प्रदेश में बारिश से बर्बाद किसानों को मुआवजा देने के लिए सर्वे की प्रकिया विवादों में आ गई है। राजधानी भोपाल से सटे विदिशा जिले में ग्राम मानोरा में पटवारी ने सर्वे के नाम पर किसानों के साथ अपराधियों जैसा सलूक किया। पिछले दिनों हल्का पटवारी ने सर्वे के नाम पर किसानों को खेत में खड़ा कर उन गले में रस्सी से बांधकर तख्ती लटकाकर सर्वे किया जो अब विवादों में आ गया है।
पटवारी ने सर्वे दौरान किसानों के गले में स्लेट डालकर उस पर किसान का नाम, खसरा और हल्का नंबर और नुकसान हुए फसल के बारे में पूरी डिटेल लिखकर फोटो खींची,जिस पर अब विवाद हो गया है। पटवारी के इस तरह सर्वे किए जाने का विरोध पहले तो स्थानीय स्तर पर किसानों ने खुद किया लेकिन जब पटवारी ने इसे ऊपर का आदेश बताया तो किसानों ने इसकी शिकायत स्थानीय जनप्रतिनिधियों से की। फोटो के सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने तत्काल इस तरह के सर्वे करने पर रोक लगाकर संबंधित पटवारी से जवाब तलब किया है।
किसानों के साथ अपराधियों जैसा सलूक - किसानों से सर्वे के इस तरीके की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हड़कंप मच गया। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सरकार को घेरते हुए कहा कि पीड़ित किसानों को राहत देने के नाम पर सरकार उनके साथ अपराधियों जैसास सलूक कर रही है। उन्होंने किसानों के गले में अपराधियों की तरह पट्टी बांधकर खराब फसल का सर्वे करवाए जाने की निंदा करते हुए कहा कि इससे कमलनाथ सरकार का असली चेहरा उजागर होता है।
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने किसानों के साथ अपराधियों की तरह सलूक करने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि इस तरह का बर्ताव आमतौर पर कैदियों के लिए किया जाता है जो आदतन अपराधी होते है और पुलिस को उनकी पहचान के लिए रिकॉर्ड में फोटो रखना होता है। उन्होंने सर्वे के नाम पर किसानों के साथ अपने गए इस व्यवहार को अपमानजनक बताते हुए पूरे मामले की जांच की मांग की है।