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Written By Author विकास सिंह
Last Updated : मंगलवार, 7 अप्रैल 2020 (10:47 IST)

Ground Report : इनकी गलतियों का खामियाजा भुगत रहा भोपाल, दो दिन में बना Corona का हॉटस्पॉट

Ground Report : इनकी गलतियों का खामियाजा भुगत रहा भोपाल, दो दिन में बना Corona का हॉटस्पॉट - Ground report : Why Bhopal become Hot spot of Corona
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल देखते ही देखते देश के टॉप कोरोना हॉटस्पॉट वाले स्थानों में शामिल हो गया है। पिछले 48 घंटे में भोपाल में अचानक से कोरोना के 50 के करीब पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है।  जिस भोपाल में कोरोना का पहला मामले सामने आने के 15 दिन के अंदर केवल 17 मामले सामने आए थे वहां 48 घंटों में ही कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा देखते ही देखते 63 तक पहुंच गया है। ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि आखिर वह कौन से ऐसे कारण है कि भोपाल अचानक से कोरोना हॉटस्पॉट के रूप में बदल गया। 
 
स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों की लापरवाही – राजधानी भोपाल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने के लिए खुद स्वास्थ्य विभाग के वह आला अफसर जिम्मेदार है जिनके कंधों पर पूरे राज्य को कोरोना से बचाने की जिम्मेदारी थी। अब तक भोपाल में जो 63 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए उनमें 29 मरीज स्वास्थ्य विभाग से जुड़े टॉप अफसर और उनसे जुड़े कर्मचारी है। इसके साथ ही अब भी करीब दर्जन भर से अधिक स्वास्थ्य विभाग के बड़े अफसर और 150 से अधिक कर्मचारी संदेह के दायरे में होकर क्वारेंटाइन है।
 
हेल्थ कॉरर्पोरेशन के एमडी जे. विजय कुमार जो स्वास्थ्य विभाग के पहले अधिकारी थे जो कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे उनका कोरोना के लक्षण होने के बाद भी लगातार बैठकें करना अब पूरे महकमे पर भारी पड़ रहा है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की कोरोना पॉजिटिव पाई गई प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल का अपने बेटे की अमेरिका से आने की जानकारी छिपाकर लगातार मंत्रालय और सतपुड़ा भवन में अधिकारियों के साथ बैठक करना भी बड़ी लापरवाही के रुप में देखा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के बड़े अफसरों की लापरवाही का खमियाजा अब भोपाल भुगत रहा है जहां अचानक से कोरोना के केसों में चार गुना नए मामले सामने आ गए है।   

बाहर से आए जमातियों ने फैलाया कोरोना – वहीं दूसरी ओर भोपाल में अब तक कोरोना के जो 63 मरीज सामने आए है उसमें दो दर्जन से अधिक केस जमातियों और उनसे जुड़े हुए लोगों के है। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज का मामला सामने आने के बाद जब भोपाल में जमातियों की जांच की गई तो वह कोरोना संक्रमित पाए गए है। इसके साथ ही अब भी इन जमातियों के संपर्क में आए एक हजार से अधिक लोगों पर संक्रमण का खतरा बना हुआ है और प्रशासन ने ऐहितियात के तौर पर 400 से अधिक लोगों को होम क्वारेंटाइन में रखा है। 

राजधानी भोपाल में तेजी से कोरोना पॉजिटिव केस मिलने पर खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बाहर से आए लोगों के चलते  भोपाल कोरोना के हॉटस्पॉट के रुप में बदल गया।
 
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