जूनागढ़ में मोदी बोले, कांग्रेस में तुगलक रोड चुनावी घोटाला
जूनागढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस पर ‘तुगलक रोड चुनावी घोटाले’ का आरोप लगाते हुए कहा कि इसमें गरीब और गर्भवती महिलाओं का धन लूटा गया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का आधिकारिक आवास दिल्ली के तुगलक लेन में स्थित है। हाल ही में आयकर विभाग ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ के करीबी सहयोगियों और अन्य के यहां रविवार को चार राज्यों में छापेमारी की थी।
आयकर विभाग के लिए नीतियां तैयार करने वाली सीबीडीटी ने बताया था कि विभाग ने 20 करोड़ रुपए की संदिग्ध राशि का पता लगाया है जिसे दिल्ली में एक प्रमुख राजनीतिक मुख्यालय में तुगलक रोड पर रहनेवाले एक व्यक्ति के घर से भेजा जा रहा था। तुगलक रोड पर कई नामचीन लोगों के घर हैं।
गुजरात के जूनागढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि जहां तक घोटाले की बात है तो इसे कई नामों से जाना जाता है।
मोदी ने कहा कि अब एक नया नाम है, वह भी सबूत के साथ। कांग्रेस तुगलक रोड चुनावी घोटाला में शामिल है। जो धन गरीबों के लिए है, उसका इस्तेमाल उनके नेता कर रहे हैं। जो धन गर्भवती महिलाओं के लिए है, उसे लूटा गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा है कि गंभीर अपराध करनेवालों को भी जमानत मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि किसके लिए यह प्रावधान है? क्या यह आपके नेताओं के लिए है? पिछले पांच वर्षों में मैं उन्हें जेल के दरवाजे तक ले आया और आप मुझे अगले पांच साल देंगे तो वह जेल के अंदर होंगे।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के सहयोगियों के आवास पर आयकर छापे को लेकर तंज कसते हुए मोदी ने कहा कि कर्नाटक के बाद अब मध्य प्रदेश कांग्रेस का नया एटीएम बन गया है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ की स्थिति भी अलग नहीं है। कांग्रेस सिर्फ लोगों को लूटने के लिए सत्ता में आने को इच्छुक है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ जब हवाई हमला किया गया तो इससे भारत की विपक्षी पार्टी प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि देश तभी प्रगति के मार्ग पर प्रशस्त हो सकता है जब वह सुरक्षित हो।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी आतंकवाद खत्म करना चाहता है और वह मोदी को हटाना चाहते हैं। आपके बेटे और चौकीदार के खिलाफ ऐसी कोई गाली नहीं है जिसका इस्तेमाल कांग्रेस ने न किया हो।
मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल के योगदान को याद करते हुए कहा कि पटेल ने सेना को अशांति के बीच हालात पर काबू पाने को कहा था जबकि (तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल) नेहरू चुपचाप देख रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर सरदार पटेल न होते तो आज जो कश्मीर भारत के पास है, वह भी नहीं होता। (भाषा)