वाराणसी लोकसभा सीट से नरेन्द्र मोदी की हुई प्रचंड जीत, शालिनी यादव को 4.79 लाख मतों से परास्त किया
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तरप्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की। लोकसभा चुनाव में प्रदेश में अभी तक घोषित 8 चुनाव परिणामों में से 6 भाजपा के पक्ष में गए हैं।
चुनाव आयोग द्वारा घोषित परिणाम के मुताबिक मोदी ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा-बसपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी सपा की शालिनी यादव को 4 लाख 79 हजार 505 मतों से परास्त किया।
मोदी को कुल 6 लाख 74 हजार 664 मत मिले, वहीं शालिनी को 1 लाख 95 हजार 159 वोट हासिल हुए। कांग्रेस के अजय राय तीसरे स्थान पर रहे जिन्हें 1 लाख 52 हजार 548 मत प्राप्त हुए। मोदी ने वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव 3 लाख 74 हजार मतों से जीता था।
उन्नाव से भाजपा प्रत्याशी साक्षी महाराज ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी गठबंधन उम्मीदवार सपा के अरुण शंकर शुक्ला को 4 लाख 956 मतों से हराया। अलीगढ़ से भाजपा प्रत्याशी मौजूदा सांसद सतीश कुमार गौतम ने सपा-बसपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी बसपा के अजीत बालियान को 2 लाख 29 हजार 261 मतों से हराया। बांदा से भाजपा के आरके सिंह पटेल ने गठबंधन प्रत्याशी सपा के श्यामाचरण गुप्ता को 58 हजार 938 मतों से पराजित किया।
गोरखपुर सीट से भाजपा उम्मीदवार भोजपुरी अभिनेता रवि किशन ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा-बसपा गठबंधन के राम भुआल निषाद को 3 लाख 1 हजार 664 मतों से हराया। किशन को 7 लाख 17 हजार 122 मत मिले जबकि निषाद को 4 लाख 15 हजार 458 वोट हासिल हुए। नगीना सीट से गठबंधन प्रत्याशी बसपा के गिरीश चन्द्र ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी मौजूदा सांसद भाजपा के डॉक्टर यशवंत सिंह को 1 लाख 66 हजार 832 मतों से पराजित किया।
रॉबर्ट्सगंज सीट से भाजपा के सहयोगी दल अपना दल-सोनेलाल के पकौड़ीलाल कोल ने गठबंधन प्रत्याशी सपा के भाई लाल कोल को 54 हजार 336 मतों से हराया। पिछली बार यह सीट भाजपा ने जीती थी। इस बार यह भाजपा से गठबंधन के तहत अपना दल को मिली थी।
बहराइच लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार अक्षयवर लाल विजयी घोषित कर दिए गए हैं। जिलाधिकारी शंभू कुमार ने बताया कि लाल ने अपने निकटतम प्रत्याशी सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के शब्बीर वाल्मीकि को लगभग 1 लाख 28 हजार 669 मतों से हराया।
अक्षयवर लाल को 5 लाख 25 हजार 512 मत मिले, वहीं वाल्मीकि को 3 लाख 96 हजार 843 वोट हासिल हुए। कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री बाई फुले 34 हजार 383 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहीं और अपनी जमानत नहीं बचा सकीं। वे वर्ष 2014 में इसी सीट से सांसद चुनी गई थीं। वे भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गई थीं।