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Written By DW
Last Updated : बुधवार, 19 जनवरी 2022 (09:40 IST)

अमेरिका की एयरलाइन 5जी नेटवर्क से परेशान क्यों

अमेरिका की एयरलाइन 5जी नेटवर्क से परेशान क्यों - Why America's airlines bother with 5G network
अमेरिका में इस हफ्ते 2 कंपनियों को 5जी वायरलेस सर्विस शुरू करना था लेकिन एयरलाइन इंडस्ट्री ने विमानों के उड़ने और उतरने पर इसके असर का जिक्र कर उन पर सवाल उठा दिए हैं। तो क्या 5जी नेटवर्क अमेरिका में चालू नहीं हो पाएगा?
 
एयरलाइनों का कहना है कि एयरपोर्ट के आसपास अगर 5जी वायरलेस नेटवर्क हुआ तो विमान या तो जमीन पर ही खड़े रहेंगे या फिर देर से उड़ेंगे। अमेरिका की सबसे बड़ी एयरलाइन के सीईओ का कहना है कि वायरलेस सेवा के कारण आने वाली बाधा जितनी बड़ी सोची गई थी, उससे कहीं ज्यादा बड़ी है।
 
एटीएंडटी और वेरिजोन कंपनियां अपने नए 5जी वायरलेस सर्विस को इसी बुधवार से शुरू करने की तैयारी में थीं। पहले इसे बीते साल दिसंबर के लिए सोचा गया था लेकिन कुछ वजहों से टालना पड़ा था। फिलहाल टेलिकॉम और एफएए के बीच एक समझौता कर 5जी वायरलेस सर्विस की शुरुआत को 2 हफ्ते के लिए टाल दिया गया है। नया 5जी सर्विस रेडियो स्पेटक्ट्रम के एक ऐसे हिस्से का इस्तेमाल करता है जो उस स्पेक्ट्रम के पास है जिसका इस्तेमाल अल्टीमीटर करते हैं। अल्टीमीटर ही वो उपकरण है जो विमान की धरती से ऊंचाई मापते हैं।
 
सरकार किसकी तरफ है?
 
सरकार वास्तव में दोनों तरफ है। रेडियो स्पेट्रम का आवंटन करने वाले संघीय संचार आयोग यानी एफसीसी ने तय किया था कि एयर ट्रैफिक वाली जगह पर सी बैंड का इस्तेमाल किया जाएगा। 2020 में एफसीसी ने 5जी बैंड और विमानों के इस्तेमाल करने वाले बैंड के बीच एक बफर तैयार किया था ताकि सुरक्षा की चिंता ना रहे। अब परिवहन मंत्री पीट बुटजीज और उड्डयन की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार संघीय एफएए (फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन) के प्रमुख स्टीफन डिक्सन ने एक बड़ी समस्या की ओर इशारा किया है। इन लोगों ने कंपनियों को फिलहाल अहम हवाई अड्डों के पास सेवा शुरू ना करने को कहा है ताकि एजेंसी इस बारे में और रिसर्च कर सके।
 
एटीएंडटी और वेरीजोन का रुख क्या है?
 
दोनों कंपनियों ने सुरक्षा की चिंता को खारिज किया है। वायरलेस इंडस्ट्री के संघ सीटीआईए ने ध्यान दिलाया है कि 40 देशों ने सी बैंड को 5जी के लिए मुहैया कराया है और वहां उड्डयन से जुड़े उपकरणों में कोई दखलंदाजी नहीं हुई है। हालांकि एटीएंटडी के सीईओ जॉन स्टैंकी और वेरिजोन के सीईओ हांस वेस्टबर्ग ने एयरपोर्ट के पास 5जी नेटवर्क की ताकत कम करने का भी सुझाव दिया है। फ्रांस में यही किया गया है।
 
बुटजिज और डिक्सन को लिखे पत्र में दोनों कंपनियों के सीईओ ने कहा है, 'भौतिकी के नियम फ्रांस और अमेरिका दोनों जगह एक ही हैं। अगर अमेरिकी एयरलाइनों को हर दिन फ्रांस में उड़ान भरने की अनुमति है तो फिर उन्हीं परिस्थितियों में उन्हें अमेरिका में भी उड़ान भरने की अनुमति होनी चाहिए।'
 
हालांकि उन्होंने संघीय अधिकारियों की चिंता दूर करने के लिए कुछ कदम उठाए हैं, फिर भी एयरलाइनों के साथ उनकी तू-तू मैं-मैं चल रही है। क्रिसमस से लेकर अब तक खराब मौसम और कोविड-19 के चलते हुए कामगारों की कमी के कारण एयरलाइनों ने 10 हजार से ज्यादा उड़ानें रद्द की हैं। वेस्टबर्ग ने कहा कि भले ही एयरलाइन उद्योग इस समय कई चुनौतियों का सामना कर रही है लेकिन 5जी उनमें शामिल नहीं है।
 
अगले 2 हफ्ते में क्या होगा?
 
समझौते के तहत एफएए अब सर्वे करेगा। एफएए विमानों को सटीक और भरोसमंद अल्टीमीटरों के साथ हाई पावर 5जी के पास उड़ने और उतरने की मंजूरी देगा। हालांकि जिन विमानों में पुराने अल्टीमीटर हैं उन्हें लो विजिबिलिटी वाली परिस्थितियों में उड़ान भरने या उतरने की अनुमति नहीं मिलेगी।
 
दो हफ्ते तक 5जी की शुरुआत को टालने से कंपनियों और एफएए को समझौते को लागू करने के लिए समय मिल जाएगा। एटीएंडटी और वेरिजोन को मौजूदा एफसीसी लाइसेंस के तहत सी बैंड सर्विस लॉन्च करने की अनुमति मिलेगी। एयरलाइनों को शुक्रवार तक ऐसे 50 एयरपोर्ट की सूची देनी होगी जहां उनके मुताबिक सी बैंड सर्विस की पावर 5 जुलाई तक घटाना जरूरी है।
 
टेलिकॉम कंपनियां जुलाई तक एफएए और एयरलाइनों से एयरपोर्ट के नजदीक 5जी सर्विस के बारे में लंबे समय के लिए किए जाने वाले उपायों पर बातचीत करेंगी। हालांकि समझौते के मुताबिक एफएए, एटीएंडटी और वेरिजोन के पास ही सेवा में बदलाव करने के लिए फैसले का हक होगा।
 
वेस्टबर्ग ने अपने मेमो में कहा है, 'हम यह महसूस करते हैं कि उड़ान भरने वालों के लिए यह करना अच्छी बात है जिसमें हमारे ग्राहक और हम सब भी शामिल हैं। एफएए को थोड़ा समय मिल जाएगा ताकि वो इस एविएशन कम्युनिटी के साथ इस मामले को हल कर सके ताकि यात्रियों को और दिक्कत ना हो और ना ही विमानों के उड़ान में और देरी।'
 
एनआर/एके(एपी)
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