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Written By DW
Last Modified: शनिवार, 26 नवंबर 2022 (08:11 IST)

जर्मन डिफेंस सिस्टम को यूक्रेन क्यों भेजना चाहता है पोलैंड

जर्मन डिफेंस सिस्टम को यूक्रेन क्यों भेजना चाहता है पोलैंड - poland upsets some by rebuffing german air defense system
जर्मनी ने पोलैंड में पिछले हफ्ते मिसाइल गिरने के बाद पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम तैनात करने की पेशकश की थी। पोलिश रक्षा मंत्री का कहना है कि जर्मनी उसे यूक्रेन भेज दे।
 
पोलैंड के रक्षा मंत्री ने जर्मनी से कहा है कि वह जमीन से आसमान में मार करने वाली मिसाइल डिफेंस सिस्टम पैट्रियट को पोलैंड की बजाय यूक्रेन में तैनात कर दे। पोलैंड का कहना है कि इससे यूक्रेन को रूसी हमले से बचाव करने में मदद मिलेगी।

पोलिश रक्षा मंत्री मारिउस्ज बोस्चाक ने ट्विटर पर लिखा है, "मैंने जर्मनी से कहा है कि वह पैट्रियट मिसिाइल जिसे पोलैंड भेजने का प्रस्ताव है उसे यूक्रेन भेजा जाए जहां वह उनकी पश्चिमी सीमा पर तैनात किया जा सकता है।  इससे यूक्रेन लगातार हो रही मौतों और ब्लैकआउट से खुद को बचा सकेगा और हमारी पूर्वी सीमा पर सुरक्षा बढ़ाई जा सकेगी।"
 
नाटो के साथ चर्चा करनी होगी
बोस्चाक के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जर्मन रक्षा मंत्री क्रिस्टीन लामब्रेष्ट ने कहा है कि इस अनुरोध को नाटो से हो कर गुजरना होगा। लामब्रेष्ट ने कहा, "पोलैंड की स्थिति को देखते हुए नाटो के सहयोगी के रूप में हमारे लिये यह जरूरी था कि हम इस विशेष परिस्थिति में उन्हें ना सिर्फ हवाई गश्त बल्कि पैट्रियट का भी प्रस्ताव दें।" लैमब्रेष्ट ने ध्यान दिलाया कि पैट्रियट सिस्टम नाटो के एयर डिफेंस सिस्टम का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि ऐसे में "दूसरे सुझावों पर निश्चित रूप से हमारे सहयोगियों और नाटो के साथ मिल कर चर्चा करनी होगी।" जर्मनी ने यूक्रेन को अलग से मिसाइल डिफेंस सिस्टम दिया है।
 
जर्मनी ने पिछले हफ्ते पोलैंड में दुर्घटनावश एक मिसाइल धमाका होने के बाद यह प्रस्ताव दिया था। माना जाता है कि वह मिसाइल यूक्रेन के एयर डिफेंस सिस्टम का था जो रास्ता भटक कर पोलैंड में आ गिरा। इसक घटना में दो लोगों की मौत भी हुई थी।  इस घटना के बाद जर्मन सरकार ने इस हफ्ते कहा था कि वह पोलैंड के आसमान की रक्षा में मदद के लिए एक सहमति पर पहुंचा है।
 
घटना के बाद जर्मनी ने कहा था कि वह पोलैंड को यूरोफाइटर विमान और एयर डिफेंस सिस्टम देगा तो पोलिश रक्षा मंत्री ने इस स्वीकार करने की बात कही थी। बाद में मीडिया से इंटरव्यू में पोलिश रक्षा मंत्री ने पैट्रियट यूक्रेन को देने की बात कह दी। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की एयर डिफेंस सिस्टमों की लगातार मांग कर रहे हैं और उन्होंने पैट्रियट की तैनाती का स्वागत करने की बात कही है।
 
पोलैंड के रुख से हैरानी
पोलैंड का रुख थोड़ा चौंकाने वाला है और देश में सत्ताधारी सरकार के आलोचक सरकार पर देश की सुरक्षा के साथ समझौता करने का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि लोकलुभावन दक्षिणपंथी पार्टी की सरकार राजनीतिक फायदे के लिए जर्मन विरोध की भावना का दुरुपयोग कर रही है।

पोलिश अखबार रेचपोस्पोलिता ने पोलैंड के प्रस्ताव को "हैरान करने वाला" बताया है। अखबार की दलील है "अगर एयर डिफेंस सिस्टम यूक्रेन भेजा जाता है तो उसके साथ सैनिक भी जाएंगे और इस तरह से नाटो के सैनिक रूस के साथ सीधे संघर्ष में उतर जाएंगे। अब तक नाटो  इससे बचने की कोशिश करता आया है।"
 
पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा के एक सहयोगी का कहना है कि इस फैसले के बारे में राष्ट्रपति से चर्चा नहीं की गई है और पोलैंड की सशस्त्र सेना की सुप्रीम कमांड के रूप में और राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में अंतिम फैसला उन्हीं को करना है।

डूडा के चीफ ऑफ स्टाफ पावेल स्जरोत के मुताबिक डूडा का मानना है कि जर्मनी से आने वाला एयर डिफेंस सिस्टम चाहे जहां भी तैनात किया जाए, इसका उद्देश्य पोलैंड और पोलिश लोगों की सुरक्षा होनी चाहिए।
 
पोलैंड और नाटो इस बात पर एकमत हैं कि वह मिसाइल यूक्रेन के एयर डिफेंस सिस्टम का था हालांकि उन्होंने इसके लिए अंतिम रूप से रूस को जिम्मेदार ठहराया। जर्मनी ने पहले ही एक पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम स्लोवाकिया में भेजा है। उम्मीद की जा रही है कि वहां इनकी तैनाती कम से कम 2023 तक बनी रहेगी।
 
एनआर/वीके (एएफपी, डीपीए)
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