शुक्रवार, 8 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. सामयिक
  2. डॉयचे वेले
  3. डॉयचे वेले समाचार
  4. अमेरिका में भी प्लाज्मा थैरेपी से होगा कोरोना संक्रमितों का इलाज
Written By DW
Last Updated : मंगलवार, 25 अगस्त 2020 (11:54 IST)

अमेरिका में भी प्लाज्मा थैरेपी से होगा कोरोना संक्रमितों का इलाज

Coronavirus | अमेरिका में भी प्लाज्मा थैरेपी से होगा कोरोना संक्रमितों का इलाज
अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा है कि कोरोनावायरस से ठीक हुए लोगों के प्लाज्मा से कोरोना पीड़ितों का इलाज होगा। थैरेपी के जरिए ठीक हुए लोगों का प्लाज्मा कोविड-19 के मरीजों को दिया जाता है।
 
अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने आपात स्थिति में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थैरेपी को मंजूरी दे दी है। एफडीए ने इमरजेंसी में इसके इस्तेमाल को मंजूरी देने वाला आदेश जारी किया है। कोरोनावायरस महामारी के कारण अमेरिका में 1,76,000 लोगों की मौत हो चुकी है।
प्लाज्मा थैरेपी को ऐसे वक्त में मंजूरी दी गई है जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ऊपर संक्रमण को रोकने का बहुत दबाव है। महामारी के कारण दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को भारी चोट लगी है और ट्रंप के राष्ट्रपति चुनाव में दोबारा चुने जाने की उम्मीदों पर बादल मंडराने लगे हैं।
 
ऐसा माना जाता है कि कोरोना से ठीक हो चुके लोगों के प्लाज्मा में शक्तिशाली प्रतिरोधी एंटीबॉडी होती है और इसका इस्तेमाल तीव्र गति से बीमार मरीजों के इलाज के लिए किया जा सकता है और यह थैरेपी गंभीर रूप से बीमार लोगों को बचाने में मदद करती है। इस थैरेपी में कोरोनावायरस से ठीक हो चुके एक व्यक्ति के शरीर से निकाले गए खून से कोरोना पीड़ित का इलाज किया जाता है। एफडीए ने एक बयान में कहा कि यह उत्पाद कोविड-19 के इलाज में प्रभावी हो सकता है। इस थैरेपी के ज्ञात और संभावित लाभ इसके संभावित जोखिम से आगे निकल जाते हैं।
प्लाज्मा थैरेपी का इस्तेमाल भारत में पिछले कुछ महीनों से हो रहा है, साथ ही दुनिया के कुछ और देश इस थैरेपी के जरिए मरीजों का इलाज कर रहे हैं लेकिन इसके प्रभावशाली होने को लेकर अब भी बहस जारी है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि इसके साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। न्यूयॉर्क स्थित लेनॉक्स हिल अस्पताल में श्वसन विशेषज्ञ लेन होरोवित्ज कहते हैं कि मुमकिन है कि कंवलेसंट प्लाज्मा काम करता है। हालांकि इसको क्लिनिकल ट्रॉयल में साबित करने की जरूरत है लेकिन पहले से गंभीर रूप से बीमार लोगों के लिए बचाव उपचार के रूप में नही।
 
उनका कहना है कि प्लाज्मा तब बेहतर रूप से काम करने की कोशिश करेगा, जब शरीर वायरस के संक्रमण को बेअसर करने की कोशिश कर रहा होगा। इस बीच रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि मैं चीन के वायरस के खिलाफ हमारी लड़ाई में ऐतिहासिक घोषणा कर रहा हूं जिससे अनगिनत जिंदगियां बचाने में मदद मिलेगी। ट्रंप ने आगे कहा कि यह एक शक्तिशाली थैरेपी है, जो एक मौजूदा संक्रमण से जूझ रहे रोगियों के इलाज में मदद करेगी और उन्होंने अमेरिकी लोगों, जो कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं, से प्लाज्मा दान करने की अपील की है।
 
एए/सीके (एएफपी)
ये भी पढ़ें
शिव और नंदी से लिपटा काला नाग, चल रहा था महामृत्युंजय जाप