बीसीसीआई ने दी घरेलू अंपायरों और क्रिकेटरों को यह सौगात
अहमदाबाद:भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से जुड़े अंपायरों और स्कोरर की सेवामुक्त होने की उम्र 55 से बढ़ाकर 60 वर्ष कर दी गयी है।
बीसीसीआई जुड़े फिलहाल 140 अंपायर हैं। 2002 में बोर्ड ने अंपायरों के सेवामुक्त होने की उम्र 55 की थी जबकि अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग करने वालों की उम्र 58 थी। बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा, “इस फैसले से कई अंपायरों को फायदा मिलेगा जो शारीरिक रुप से फिट हैं और लगातार सेवा देने में सक्षम है।”
इस साल की शुरुआत में कुछ अंपायरों ने बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली को पत्र लिख सेवामुक्त होने की सीमा बढ़ाकर 60 करने की मांग की थी।
कम घरेलू मुकाबले होने पर मुआवजा देगा बीसीसीआई
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) घरेलू मुकाबले कम होने पर घरेलू क्रिकेटरों और स्टाफ को मुआवजा देगा।
बीसीसीआई ने आज यहां हुई वार्षिक आम बैठक में यह फैसला किया कि अगर घरेलू कलेंडर के अनुसार कम मुकाबले कराए जाते हैं तो घरेलू क्रिकटरों और स्टाफ को मुआवजा दिया जाएगा। मुआवजा पर विस्तृत जानकारी काम जारी है और यह निश्चित होने पर इसकी जानकारी दी जाएगी।
इस बीच बीसीसीआई ने यह भी फैसला लिया है कि मुश्ताक अली ट्राफी के समापन के बाद और घरेलू टूर्नामेंट को कराने पर चर्चा की जाएगी। फिलहाल पुरुषों का घरेलू टी-20 टूर्नामेंट आयोजित किया जा रहा है और पुरुषों तथा महिला के भविष्य के टूर्नामेंट कराने पर फैसला मुश्ताक अली ट्राफी के बाद राज्य संघों से चर्चा कर लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मुश्ताक अली टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन 10 से 31 जनवरी तक किया जाएगा।
देश में चार और एनसीए खोले जाएंगे
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने देश में चार और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) खोलने का निर्णय लिया है।बीसीसीआई की गुरुवार को 89वीं आम बैठक हुई जिसमें देश के विभिन्न शहरों में चार और एनसीए खोलने का फैसला लिया गया। अभी बेंगलुरु में एनसीए स्थित है लेकिन बोर्ड ने इसका विस्तार करने का निर्णय लिया है।
चार और एनसीए खुलने से बेंगलुरु पर दबाव कम पड़ेगा और देश भर के खिलाड़ियों के लिए वहां पहुंचना आसान हो जाएगा। एनसीए के चार स्थल कहां होंगे इस बारे में हालांकि अभी फैसला नहीं किया गया है। (वार्ता)