एन श्रीनिवासन फिर बने चेन्नई सुपर किंग्स के सर्वेसर्वा, फिक्सिंग में फंसा था नाम
सीएसके फ्रेंचाइजी के निदेशक मंडल में एक बड़ा बदलाव होने वाला है। एन श्रीनिवासन और उनकी बेटी रूपा गुरुनाथ को चेन्नई सुपर किंग्स क्रिकेट लिमिटेड (सीएसकेसीएल) के निदेशक के रूप में नियुक्त किया जाएगा। इस कंपनी के पास आईपीएल में सीएसके फ्रेंचाइजी का मालिकाना हक है।
सीएसकेसीएल बोर्ड ने इस फैसले पर हामी भर दी है, लेकिन 27 सितंबर को होने वाली वार्षिक आम बैठक में फैसले पर आखिरी मुहर लग जाएगी। 80 वर्षीय श्रीनिवासन पिछले कई सालों से प्रभावी रूप से रिटायर हैं और सार्वजनिक रूप से काफी कम ही दिखाई देते हैं। वहीं रूपा गुरुनाथ इस पूरे व्यवसाय का संभालने का काम करती हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि उन्हें सीएसकेसीएल के निदेशक मंडल में नामित किया गया है। गुरुनाथ पूर्णकालिक निदेशक होंगी। काशी विश्वनाथन का नाम भी प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में बोर्ड में शामिल हैं।
पूर्व बीसीसीआई सचिव संजय पटेल, आर श्रीनिवासन, राकेश सिंह, पीएल सुब्रमण्यम, वी मणिक्कम और ई जयश्री बोर्ड में अन्य निदेशकों के रूप में शामिल हैं।विश्वनाथन ने, "यह सीएसके के लिए एक बहुत बड़े वरदान की तरह है। वह हमारे लिए सबसे अच्छे प्रशासक रहे हैं और मैं बहुत खुश हूं कि वह सीएसके में वापस आ गए हैं। वह केवल सलाहकार की भूमिका में होंगे क्योंकि वह ज्यादा यात्रा नहीं करते, लेकिन हम उनके संपर्क में रहेंगे।"
आईपीएल 2025 में सीएसके का प्रदर्शन काफी खराब रहा था। वे पहली बार अंक तालिका में सबसे नीचे रहे। उनकी टीम ने 14 में से केवल चार ही मैच जीते। सीजन की शुरुआत में टीम का नेतृत्व ऋतुराज गायकवाड़ कर रहे थे, लेकिन पांच मैचों के बाद वह चोटिल हो गए और फिर एमएस धोनी ने कप्तानी की।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवासन 2002-03 में पहली बार टीएनसीए के अध्यक्ष चुने गए थे। उस समय उन्होंने बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एसी मुथैया को हराया था।
उस समय 71 वर्षीय श्रीनिवासन मुश्किल में फंस गए थे, जब 2013 में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग में उनके दामाद गुरुनाथ मयप्पन का नाम सामने आया था। बाद में श्रीनिवासन को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बीसीसीआई से हटना पड़ा था। इसके बाद उन्हें आईसीसी से भी अलग कर दिया गया था।